संवाददाता, पटना
आइजीआइएमएस में आंख का इलाज कराने आ रहे मरीजों को आने वाले दिनों में और अधिक स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी. यहां पूर्वी भारत का सबसे बड़ा आंख अस्पताल बनने जा रहा है, जिसका उद्घाटन अगले एक महीने के अंदर कर दिया जायेगा. यह अस्पताल 15 अगस्त तक बन कर तैयार हो जायेगा. इसके बनने के बाद मरीजों को नेत्र रोग के इलाज को लेकर दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा. यह कहना है स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का. अपने दूसरे कार्यकाल में स्वास्थ्य मंत्री बनने के बाद पहली बार मंगल पांडेय आइजीआइएमएस पहुंचे थे, जहां स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ बिंदे कुमार, उपनिदेशक डॉ मनीष मंडल, नेत्र रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ विभूति प्रसन्न सिन्हा समेत कई अधिकारी उपस्थित थे. बैठक में मंत्री ने 500 बेड व 1200 बेड के नये भवन के निर्माण से संबंधित जानकारी ली. मंगल पांडेय ने कहा कि नेत्र रोग से संबंधित कोई भी परेशानी मरीजों को नहीं हो, इसका पूरा ख्याल रखा गया है. नेत्र रोग (आरआइओ) में खाली व स्वीकृत पदों पर जल्द ही बहाली की जायेगी. नेत्र रोग विभाग के अध्यक्ष व संस्थान के पूर्व निदेशक डॉ विभूति प्रसन्न सिन्हा ने कहा कि संस्थान में अत्याधुनिक मशीनें लगायी जायेंगी. सभी डिपार्टमेंट जैसे कॉर्निया, रिफ्रेक्टिव रेटिना, न्यूरो ऑक्यूलोप्लास्टी, स्क्विंट के साथ अन्य तरह की सुविधाएं भी होंगी.
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