पटना. वीआइपी के संस्थापक मंत्री मुकेश सहनी ने कहा है कि आखिर चुनाव से ठीक पहले आधी आबादी के आत्मनिर्भर बनाने के लिए 10 हजार रुपये देने की जरूरत क्यों पड़ी. एनडीए सरकार 20 साल से बिहार की सत्ता में है, लेकिन अब तक इन्हें महिलाओं के आत्मनिर्भर बनाने की याद नहीं आयी थी, लेकिन जब चुनाव आया तब इन्हें महिलाओं की याद आ गयी है. उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण आज लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है. गांव के पुरुष बाहर कमाने चले जा रहे हैं, महिलाओं को अकेले घर संभालना पड़ रहा है. कभी उन महिलाओं के दर्द को सरकार ने समझने की कोशिश नहीं की है. भाजपा और जदयू की सरकार महिलाओं को सम्मान नहीं दे सकती है. महागठबंबधन ने सभी महिलाओं को प्रति महीने 2500 रुपये देने का निर्णय लिया है. यह राशि न केवल महिलाओं को इस महंगाई से राहत देगी बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में भी मदद करेगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

