प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने लैंड फॉर जॉब मामले के तहत मनी लॉन्ड्रिंग केस में राजद सुप्रीमो व पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद की पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी तथा उनके पुत्र विधायक तेजप्रताप यादव से पूछताछ की. इडी दफ्तर में यह पूछताछ दोनों से अलग-अलग चार घंटे तक चली. राबड़ी देवी और तेजप्रताप यादव को समन भेजकर पूछताछ के लिए पटना स्थित इडी कार्यालय में बुलाया गया था.
तेजप्रताप और राबड़ी से चार-चार घंटे पूछताछ
मंगलवार को इस मामले में करीब 10 बजे राबड़ी देवी अपनी पुत्री और सांसद मीसा भारती के साथ इडी दफ्तर पहुंची. उसके बाद करीब 12 बजे तेजप्रताप भी इडी कार्यालय पहु़ंचे. इडी की टीम ने दोनों से अलग-अलग करीब चार घंटे तक पूछताछ की.
मां-बेटों के सामने सवालों की लंबी सूची
इडी सूत्रों के अनुसार लैंड फॉर जॉब मामले से जुड़े सवालों की लंबी सूची मां-बेटे को दिया गया. उनसे इस बारे में सवाल पूछे गये. सूत्रों ने बताया कि दोनों के बयान धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत दर्ज किये गये हैं. बुधवार को इसी मामले में पूर्व मुख्यमंत्री लालू पसाद को भी पेश होने के लिए समन भेजा गया है. सूत्रों ने बताया कि तीनों के बयान धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत दर्ज किये जाने है.
राबड़ी देवी से क्या पूछा गया?
इडी के सूत्रों के अनुसार, अधिकारियों ने राबड़ी देवी से पूछा है कि उनके नाम से जो जमीन है, वह उन्होंने कैसे अर्जित की है. उनसे यह पूछा गया कि जिन लोगों से नौकरी के बदले जमीन ली गयी उनको कैसे जानती हैं? उन लोगों को नौकरी देने के लिए आपने पैरवी की तो क्यों?
लालू परिवार के सदस्यों को बनाया गया है आरोपी
पिछले साल इडी ने दिल्ली की एक अदालत मे पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद के परिवार के सदस्यों के खिलाफ इस मामले में आरोपपत्र दाखिल किया था, जिसमें राबड़ी देवी, उनकी बेटी मीसा भारती व हेमा यादव, तेजप्रताप और तेजस्वी यादव के अलावा कुछ अन्य को भी आरोपी बनाया गया था. इस मामले में लालू प्रसाद और तेजस्वी से पहले पूछताछ हो चुकी है.