संवाददाता, पटना
पटना जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. सोमवार को जिले में डेंगू के 11 नये मरीज मिले. इनमें कंकड़बाग के सात, जबकि अजीमाबाद, फतुहा, पटना सिटी व बांकीपुर अंचल के एक-एक मरीज शामिल हैं. इसके बाद पटना जिले में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ कर 307 हो गयी है. कंकड़बाग अंचल के योगीपुर, चित्रगुप्त नगर, बैंकमेंस कॉलोनी, काली मंदिर रोड, हनुमाननगर, भूतनाथ रोड और अगमकुआं थाने के आसपास के मोहल्ले डेंगू के मुख्य केंद्र बने हुए हैं.
कंकड़बाग व अजीमाबाद में एंटी लार्वा का हो रहा छिड़काव : डेंगू के हॉट स्पॉट बने कंकड़बाग व अजीमाबाद में पटना नगर निगम द्वारा डेंगू से बचाव व रोकथाम के लिए नियमित रूप से फॉगिंग व एंटी लार्वा का छिड़काव किया जा रहा है. प्रतिदिन 375 टीमें शहर के सार्वजनिक स्थानों एवं 10 हजार घरों में एंटी लार्वा का छिड़काव कर रही हैं. डेंगू मरीजों के घरों के आसपास के 500 मीटर के दायरे में विशेष एंटी लार्वा का छिड़काव एवं फॉगिंग की जा रही है. स्वास्थ्य पदाधिकारी डॉ प्रवीण कुमार सिंह नोडल पदाधिकारी हैं. उनके द्वारा लिस्ट के अनुसार स्वास्थ्य पदाधिकारी व निगम के संबंधित पदाधिकारी द्वारा प्रतिदिन फॉगिंग एवं एंटी लार्वा के छिड़काव की जांच की जाती है.
हेल्थ एजुकेटर कर रहे निगरानी : पटना नगर निगम के सभी छह अंचल में हेल्थ एजुकेटर भी डेंगू के मामले व फागिंग एंटी लार्वा की निगरानी कर रहे हैं. नगर आयुक्त के निर्देश पर 25 विशेष टीमों को शहर के अस्पतालों में नियमित रूप से एंटी लार्वा का छिड़काव व फॉगिंग के लिए लगाया गया है. लोग फॉगिंग व एंटी लार्वा का छिड़काव नहीं होने की शिकायत 155304 नंबर पर कर सकते हैं. पटना एयरपोर्ट पर मंकीपॉक्स की होगी जांच विदेश से आने वालों की ली जायेगी हिस्ट्री पटना . मंकीपॉक्स बीमारी से बचाव के लिए पटना एयरपोर्ट पर इसकी जांच के लिए हेल्थ डेस्क 24 घंटे एक्टिव होगा. विदेश से आने वाले यात्रियों की 21 दिनों की हिस्ट्री ली जायेगी. डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने लोगों से मंकीपॉक्स बीमारी से बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी का पालन करने का आह्वान किया है. उन्होंने सिविल सर्जन को पटना एयरपोर्ट पर हेल्थ डेस्क स्थापित करने का निर्देश दिया है. सिविल सर्जन ने बताया कि चार सदस्यीय टीम बनायी गयी है. मंगलवार से टीम एयरपोर्ट पर जांच करेगी. विदेश से आने वाले 21 दिनों तक टीम की निगरानी में रहेंगे. दो अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड रहेगा : डीएम ने कहा कि संक्रामक रोग अस्पताल व एनएमसीएच में एमपॉक्स के संदिग्ध मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड रहेगा. इसमें पांच बेड संदिग्ध मरीजों के लिए व पांच बेड संपुष्ट मरीजों के लिए चिह्नित करने का निर्देश दिया गया. एमपॉक्स के लक्षण बुखार, त्वचा पर चकत्ते, सूजे हुए लिम्फ नोड, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, थकावट, गले में खरास, खांसी आदि हैं. यह प्रत्यक्ष शारीरिक संपर्क, अप्रत्यक्ष संपर्क या लंबे समय तक निकट रहने पर सांस की बूंदों से फैलता है.
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