Bihar MLC Election: बिहार विधान परिषद की स्थानीय प्राधिकार कोटे की 24 सीटों के लिए हुए चुनाव के परिणाम गुरुवार को आ गये. भाजपा के खाते में सबसे ज्यादा सात सीटें गयी हैं. दूसरे नंबर पर राजद रहा, जिसे छह सीटें हासिल हुई हैं. जदयू को चार सीटें मिली हैं. कांग्रेस और रालोजपा (पारस) ने भी एक-एक सीट पर कब्जा जमाया है. ज्यादातर सीटों पर पहली वरीयता के मतों की गिनती के आधार पर ही परिणाम जारी कर दिये गये, जबकि कुछ सीटों पर दूसरी वरीयता के मतों के आधार पर फैसला हुआ.
जदयू अब भी सदन की सबसे बड़ी पार्टी
विधान परिषद के स्थानीय प्राधिकार कोटे की 24 सीटों के परिणाम ने सदन में सदस्यों की संख्या बल को उलटफेर कर दिया है. सत्ताधारी दल जदयू अब भी सदन की सबसे बड़ी पार्टी बनी रहेगी. इस चुनाव में जदयू के पांच उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. सदन में अब उसकी संख्या बढ़कर 28 हो गयी है. मौजूदा सदन में जदयू के 23 सदस्य हैं, इनमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हैं.
सदन में अब एनडीए सदस्यों की संख्या 52
भाजपा को इस चुनाव में सबसे अधिक सात सीटों पर विजयी मिली है. बावजूद इसकी सदस्य संख्या 22 तक पहुंच पायी है. सदन में अब एनडीए सदस्यों की संख्या 52 हो गयी है. सबसे अधिक फायदा राजद को हुआ है. अब राबड़ी देवी को प्रतिपक्ष के नेता पद का दर्जा मिल सकता है. इस चुनाव में राजद के छह सदस्यों के जीत कर आने से राजद को नेता प्रतिपक्ष की हैसियत मिल जायेगी.
रालोजपा का भी खाता खुल गया
सदन में केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की अध्यक्षता वाली रालोजपा का भी खाता खुल गया है. वैशाली की सीट पर पार्टी उम्मीदवार भूषण राय की जीत हुई है. एनडीए को मधुबनी की सीट का नुकसान हुआ है.
सीमांचल में भाजपा ने दोनों सीटें जीतीं
इस चुनाव में भाजपा ने 12 सीटों पर अपने उम्मीदवार दिये थे. इनमें सारण की सीट पर सच्चिदानंद राय की जगह नये उम्मीदवार पर पार्टी ने दावं लगाया था. यहां निर्दलीय मैदान में उतरे सच्चिदानंद राय को जीत मिली है. सीमांचल के इलाके में भाजपा अपनी दोनों सीट कटिहार और पूर्णिया जीत पाने में सफल रही. वहीं प्रदेश अध्सक्ष डा संजय जायसवाल के गृह क्षेत्र पश्चिम चंपारण में एनडीए की जीत नहीं हो पायी है. दूसरी ओर राजद से हाल ही में निकाले गये पूर्व विधायक महेश्वर सिंह निर्दलीय चुनाव जीतने में सफल रहे.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan