संवाददाता, पटना
कोरोना महामारी के बाद नौजवानों में हार्ट अटैक के मामले में वृद्धि हुई है. इसलिए, ठंड के समय में सर्तकता बरतनी अत्यंत जरूरी है.यह कहना है महावीर वात्सल्य अस्पताल के निदेशक डॉ राजीव रंजन प्रसाद का. उन्होंने स्वास्थ्य रक्षा विषय पर आयोजित सेमिनार को संबोधित किया. डॉ राजीव ने कहा कि ठंड के मौसम में सूर्योदय के बाद ही व्यायाम करें. आज के समय में हर व्यक्ति विटामिन डी की कमी से जूझ रहे हैं. इसका प्रमुख कारण लोग घरों से नहीं निकलते हैं. उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में गर्म कर पानी का सेवन करे. हालांकि, ठंड के मौसम में अस्पतालों में उच्च रक्तचाप, निमोनिया, हार्ट अटैक, ब्रेन हेमेज आदि के मरीजों में बढ़ोतरी होती हैं. इसलिए, ठंड के मौसम में सभी लोगों को सतर्कता बरतना बहुत ही जरूरी है. वहीं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ प्रभात ने बताया कि ठंड के समय में सर्तकत्ता बरतने के साथ-साथ अहले सुबह में घरों से नहीं निकले. अगर जरूरी काम है, तो पूरे शरीर पर कपड़े ढक कर ही निकले. मौके पर मौजूद शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ विनय रंजन ने कहा कि ठंड में पांच साल से कम और 60 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों को परेशानी सबसे ज्यादा होती हैं. खासकर ठंड के मौसम में अस्पतालों में सर्दी, खांसी एवं बुखार आदि के मरीजों में ज्यादा इजाफा देखा जाता है. उन्होंने कहा कि देश में पिछले तीन माह पूर्व से ही निमोनिया की वैक्सीन आ गयी है. इस वैक्सीन लेने से निमोनिया वाले मरीजों को काफी लाभदायक सिद्ध हो रहा हैं. ठंड में ज्यादातर निमोनिया के मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं. उन्होंने कहा कि ठंड में सबसे अधिक अस्थमा वाले मरीज परेशान होते है. इनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की जरूरत है.
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