पटना सिटी. वासंती नवरात्र पर स्थापित देवी प्रतिमाओं का विसर्जन सोमवार को सुख समृद्धि व मंगल कामना के साथ हुई. अदरक घाट देवी जी की स्थापित प्रतिमा की विसर्जन शोभायात्रा से पहले भक्तों ने महादशमी व अपराजिता पूजन कर विसर्जन शोभायात्रा निकाली. हाजीगंज मोड़ पर सबरंग क्लब की ओर से स्थापित देवी प्रतिमा से मिलन हुआ. काठ के पुल व मुर्तजीगंज बड़ी देवी जी का मिलन पंचित कुआं देवी स्थान पर की खोइछा की अदला बदली की गयी. शक्तिपीठ बड़ी पटनदेवी मंदिर में महंत विजय शंकर गिरि, विकास गिरि उर्फ भोलू, शक्तिपीठ छोटी पटनदेवी में आचार्य अनंत अभिषेक द्विवेदी, विवेक द्विवेदी, अगमकुआं स्थित शीतला माता मंदिर में पंकज पुजारी, जयप्रकाश पुजारी, छोटू पुजारी, अमरनाथ बबलू की देखरेख में महादशमी पूजन का अनुष्ठान के उपरांत कलश विसर्जन किया गया.
गायघाट स्थित पौराणिक संकट मोचन हनुमान मंदिर दुर्गा स्थान में पूजा अर्चना के उपरांत कलश विसर्जन हुआ. गुलबी घाट स्थित नवरंग क्लब श्री काली पूजा समिति की ओर से विसर्जन शोभायात्रा पुजारी मुन्ना बाबा की ओर से पूजा अर्चना के बाद निकाली गयी. मंदिर के अध्यक्ष कृष्ण कुमार पटेल की देखरेख में विसर्जन शोभायात्रा निकाली गयी.सिंदूर खेल मांगी समृद्धि और सुहाग की लंबी उम्र की कामना
वासंती पूजा अदरक घाट पूजा समिति में बांग्ला विधि से हो रही पूजा अर्चना के दौरान महादशमी की पूजा के कलश विसर्जन व आरती के उपरांत अपराजिता पूजा का अनुष्ठान हुआ. इसके बाद बंगाली परिवार की महिलाओं ने भगवती को सिंदूर अर्पित कर सुहाग की लंबी उम्र की कामना की. सिंदूर खेला में महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगा कर पौराणिक परंपरा का निर्वाह किया. परंपरागत ढाक की थाप पर सिंदूर खेला के उपरांत भगवती की विसर्जन शोभायात्रा निकाली गयी.
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