Humsafar Express: रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को देखते हुए कटिहार–दिल्ली–कटिहार चंपारण हमसफर एक्सप्रेस को बगहा स्टेशन पर ठहराव देने का फैसला लिया है. 15 सितंबर से लागू होने वाले इस प्रायोगिक स्टॉपेज में अप और डाउन दोनों दिशा में ट्रेन दो-दो मिनट के लिए रुकेगी.
समस्तीपुर मंडल प्रशासन ने शनिवार को इसकी औपचारिक घोषणा की. यह निर्णय बगहा और आसपास के जिलों की जनता के लिए बड़ी राहत लेकर आया है.
यात्रियों की पुरानी मांग हुई पूरी
बगहा के यात्रियों की यह मांग लंबे समय से उठ रही थी कि दिल्ली जाने वाली प्रमुख ट्रेनों का ठहराव यहां हो. अब रेलवे मंत्रालय ने इस पर सहमति देकर उनकी सुविधा बढ़ा दी है. पहले यात्रियों को बेतिया या नरकटियागंज जैसे बड़े स्टेशनों तक पहुंचकर ट्रेन पकड़नी पड़ती थी. यह न सिर्फ समय लेता था बल्कि अतिरिक्त खर्च का भी कारण बनता था. अब सीधे बगहा से दिल्ली के लिए ट्रेन पकड़ना आसान हो जाएगा.
रेलवे की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, गाड़ी संख्या 15705 (कटिहार–दिल्ली चंपारण हमसफर एक्सप्रेस) बगहा स्टेशन पर शाम 17:11 बजे पहुंचेगी और 17:13 बजे प्रस्थान करेगी. वहीं गाड़ी संख्या 15706 (दिल्ली–कटिहार) सुबह 08:25 बजे पहुंचेगी और 08:27 बजे रवाना होगी. दो-दो मिनट का यह ठहराव भले छोटा हो, लेकिन यात्रियों के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा.
दिल्ली से सीधा जुड़ाव
इस स्टॉपेज से बगहा और आसपास के जिले जैसे पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण और उत्तर प्रदेश की सीमावर्ती आबादी को सीधा फायदा मिलेगा. छात्रों के लिए शिक्षा के अवसर, मरीजों के लिए बेहतर इलाज की सुविधा और व्यवसायियों के लिए बड़े बाजारों तक पहुंच अब पहले से आसान होगी. दिल्ली जैसे महानगर तक सीधा रेल संपर्क इन इलाकों के सामाजिक और आर्थिक जीवन में बदलाव ला सकता है.
ग्रामीण इलाकों में रेल ठहराव सिर्फ यात्रा का साधन नहीं होता, बल्कि यह स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी गति देता है. बगहा जैसे कस्बाई क्षेत्र में ट्रेन रुकने से यात्री आवाजाही बढ़ेगी, जिससे आसपास की दुकानों, होटलों और परिवहन सेवाओं को भी फायदा होगा. यह छोटा-सा ठहराव स्थानीय रोजगार और कारोबार के लिए नए अवसर पैदा कर सकता है.
राहत की सांस लेंगे ग्रामीण यात्री
अब तक दिल्ली जाने के इच्छुक ग्रामीण यात्रियों को बेतिया या गोरखपुर जैसे बड़े स्टेशनों का रुख करना पड़ता था. इससे समय की बर्बादी और यात्रा की थकान बढ़ जाती थी. कई बार ट्रेन छूटने का भी खतरा रहता था. बगहा में हमसफर एक्सप्रेस का रुकना इस परेशानी से बड़ी राहत देगा. खासकर उन लोगों को, जिन्हें अचानक यात्रा करनी होती है.
यह फैसला इस बात का संकेत भी है कि रेलवे अब यात्रियों की जरूरतों और उनकी मांगों को लेकर ज्यादा संवेदनशील हो रहा है. हाल के वर्षों में स्टेशनों पर छोटे-छोटे ठहराव देने की नीति ने आम जनता को सीधे तौर पर फायदा पहुंचाया है. यह कदम यात्रियों और रेलवे प्रशासन के बीच भरोसे की कड़ी को भी मजबूत करेगा.

