Deepak Prakash: बिहार कैबिनेट के नए मंत्री दीपक प्रकाश ने पदभार संभालते ही दो स्पष्ट संदेश दे दिए, एक तरफ विनम्रता और नेतृत्व के प्रति सम्मान, तो दूसरी तरफ पंचायत स्तर पर कड़ाई और पारदर्शिता की तैयारी.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद उनका विनम्र बयान चर्चा में आया, वहीं विभाग संभालते ही पंचायत स्तर पर निगरानी कमेटी बनाने का एलान उन्होंने अपनी प्राथमिकताएं स्पष्ट कर दीं. उनका कहना है कि नीतीश कुमार का नेतृत्व उनके लिए “सौभाग्य” है और वे सभी वरिष्ठ नेताओं से सीखने को उत्सुक हैं. साथ ही, उन्होंने ग्रामीण योजनाओं में अनियमितता रोकने और युवाओं के लिए रोजगार के नए रास्ते खोलने की दिशा में ठोस कदम उठाने की बात कही है.
नीतीश से मुलाकात-विनम्रता और सीखने की इच्छा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद दीपक प्रकाश ने कहा कि यह उनके लिए सौभाग्य की बात है कि वे उनके नेतृत्व में काम कर रहे हैं. उन्होंने बताया, “उन्होंने आशीर्वाद और शुभकामनाएं दीं, ताकि हम आगे बेहतर काम कर सकें. हम काफी कुछ सीख रहे हैं और मुझे वरिष्ठ नेताओं से अभी बहुत कुछ सीखना है.”
निगरानी कमेटी-अनियमितताओं पर सीधी नजर
शनिवार को पंचायत राज विभाग की जिम्मेदारी संभालने के तुरंत बाद ही दीपक प्रकाश ने विभाग की प्राथमिकताओं पर सीधा फोकस किया, उन्होंने कहा कि विभाग में विकास की अपार संभावनाएं हैं और इन्हें तेज गति से आगे बढ़ाने के लिए सभी वरीय अधिकारियों को सक्रिय होना होगा.
संचालित योजनाओं में अनियमितता और निर्माण सामग्री की घटिया गुणवत्ता की शिकायतों पर मंत्री ने सख्त रुख दिखाया. उन्होंने घोषणा की कि पंचायत स्तर पर एक निगरानी कमेटी बनाई जाएगी, जिसमें विभिन्न राजनीतिक दलों के स्थानीय कार्यकर्ता शामिल होंगे.
जिसका उद्देश्य होगा- कार्य गुणवत्ता पर नजर रखना, शिकायतों को रोकना, पारदर्शिता बढ़ाना,योजनाओं की गति सुधरना, यह कदम ग्रामीण विकास में जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए अहम माना जा रहा है.
पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. उन्होंने कहा कि पंचायत राज विभाग में युवाओं के लिए रोजगार सृजन की संभावनाओं को प्राथमिकता दी जाएगी.

