CBI Raid In Patna: साइबर अपराध से जुड़े अवैध धन शोधन के मामले में CBI ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पटना से एक और संदिग्ध को गिरफ्तार किया है. यह इस मामले में अब तक की 10वीं गिरफ्तारी है. जांच एजेंसी के मुताबिक, गिरफ्तार युवक के तार देश के बाहर भी जुड़े हुए हैं और उसके अंतरराष्ट्रीय संपर्कों की गहन जांच की जा रही है.
CBI अधिकारियों ने बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान एजेंसी ने देशभर की 700 से अधिक बैंक शाखाओं में ऐसे 8.5 लाख खातों को चिन्हित किया है, जिनका इस्तेमाल साइबर अपराधी डिजिटल ठगी, फर्जी निवेश और यूपीआई फ्रॉड के जरिए कमाए गए काले धन को वैध दिखाने के लिए कर रहे थे.
6 राज्यों में एक साथ छापेमारी, 9 पहले ही हुए थे गिरफ्तार
इस कार्रवाई के तहत CBI ने बिहार, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में 42 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. इस दौरान एजेंसी ने पहले चरण में नौ लोगों को गिरफ्तार किया था. ये सभी किसी न किसी रूप में इस साइबर ठगी नेटवर्क से जुड़े हुए थे.
पकड़े गए लोगों में बिचौलिए, बैंकिंग प्रतिनिधि, एजेंट, खाताधारक और एग्रीगेटर शामिल हैं. ये लोग साइबर अपराधियों को फर्जी बैंक खाते उपलब्ध कराते थे, जिनमें धोखाधड़ी की रकम भेजी जाती थी.
पटना वाला आरोपी कैसे पकड़ में आया?
CBI अधिकारियों के अनुसार, छापेमारी के दौरान जब्त किये गये दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों की जांच से एजेंसी को पटना में मौजूद संदिग्ध तक पहुंचने में मदद मिली. इसके बाद विशेष टीम ने उसे गिरफ्तार किया. पूछताछ में कई अहम जानकारियां सामने आई हैं, जिनमें विदेश कनेक्शन भी शामिल है.
सफेदपोश ठगों के नेटवर्क पर शिकंजा
CBI की इस कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि देशभर में फैले साइबर ठगों का नेटवर्क संगठित तरीके से काम कर रहा था, जिसमें सफेदपोश एजेंटों और बैंकिंग सिस्टम की लापरवाही का भी फायदा उठाया जा रहा था. एजेंसी इस मामले में आगे और गिरफ्तारियों की संभावना से इनकार नहीं कर रही है.

