राजदेव पांडेय, पटना: बिहार इस साल अप्रैल मे अधिकतम समय तक आंधी-पानी (थंडर स्टॉर्म) से प्रभावित रहा. इसकी वजह से वह लू की भयावहता झेलने से काफी हद तक बच गया. इसके बाद भी अप्रैल में कुछ दिन ऐसे भी रहे, जिसने पारे की तेजी से मौसम विज्ञानियों को सकते में डाल दिया.
रिकॉर्ड उच्चतम तापमान दर्ज हुआ
उदाहरण के लिए अप्रैल में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 44.6 डिग्री सेल्सियस डेहरी और गया दोनों जगहों पर रहा, जो बिहार के मौसमी इतिहास में क्रमश: तीसरे और चौथे सबसे अधिक उच्चतम तापमान के रूप में रिकार्ड हुआ.
इन जिलों का तापमान लगातार बढ़ रहा
आइएमडी के अनुसार 1901 से अभी तक के तापमान का विश्लेषण करें तो बक्सर, भोजपुर, पटना, नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय, जमुई, खगड़िया, मुंगेर, बांका, भागलपुर और पश्चिमी चंपारण में उच्चतम तापमान निरंतर बढ़ रहा है. आइएमडी ने इसे रेड जोन मे दर्ज किया है.
उबल रहा गंगेटिक बेल्ट
तथ्य बताता है कि एक-दो जिलो को छोड़ दें, तो ऊपर बताये गये सभी जिले पश्चिम से पूर्व की तरफ बढ़ती पट्टी में उच्चतम तापमान तेजी से बढ़ रहा है. इसे गंगेटिक बेल्ट भी कहा कहा जा सकता है. गया और डेहरी आदि जिले अपनी गर्म तासीर बनाये हुए हैं.
अप्रैल में उच्चतम तापमान के हिसाब से ट्रेंड
- पटना: पिछले पांच सालों में उच्चतम तापमान 42 से 44 डिग्री के बीच रहा है. 2021 में 42, 2022 में 43, 2023 में 44.1, 2024 में 42.8 और 2025 में 43 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ.
- गया : इस साल पांच साल मे सबसे अधिक तापमान दर्ज हुआ. 2021 में 42, 2022 में 44.1, 2023 व 2024 में 43.5 और 2025 में 44.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ.
- भागलपुर : पिछले पांच सालो में पारा 42 डिग्री से ऊपर रहा. इस बार थंडर स्टॉर्म से अधिकतम तापमान 41.5 डिग्री रहा.
- मुजफ्फरपुर : पांच साल में 2021 में उच्चतम तापमान 42.6 डिग्री रहा, लेकिन पिछले चार सालो में 40 डिग्री के आसपास रह रहा है.
- डेहरी : इस साल उच्चतम तापमान 44.6 डिग्री पहुंचा. 2024 में 42.8, 2023 में 43.6, 2022 में 44 और 2021 में 43.2 डिग्री रहा.