Bihar Railway News: रेलयात्रा अब बिहार के यात्रियों के लिए और आसान होने जा रही है. पूर्व मध्य रेलवे ने 10 सितंबर 2025 से कई ट्रेनों के ठहराव की घोषणा की है. सबसे बड़ी खबर यह है कि देश की सबसे तेज और प्रीमियम ट्रेनों में शामिल तेजस राजधानी एक्सप्रेस (12309/12310) अब दानापुर स्टेशन पर भी रुकेगी.
इसके साथ ही सम्पूर्ण क्रांति एक्सप्रेस समेत दर्जनों अन्य ट्रेनों को बड़हिया, भदौरा, बनाही, सिलाव, मोर और मननपुर जैसे स्टेशनों पर अस्थायी ठहराव दिया गया है. इस फैसले से लाखों यात्रियों को सुविधा मिलेगी और उन्हें अपने नजदीकी स्टेशनों से ही यात्रा करने का विकल्प उपलब्ध होगा.
दानापुर में राजधानी और सम्पूर्ण क्रांति का ठहराव
रेलवे ने घोषणा की है कि तेजस राजधानी एक्सप्रेस 10 सितंबर से दानापुर में भी रुकेगी. ट्रेन सुबह 05:48 बजे दानापुर पहुंचेगी और 05:50 बजे रवाना होगी. वहीं, वापसी में यह ट्रेन रात 19:46 बजे पहुंचेगी और 19:48 बजे प्रस्थान करेगी. यह ठहराव दानापुर और आसपास के इलाके के यात्रियों के लिए राहत लेकर आया है, जिन्हें अब राजधानी एक्सप्रेस पकड़ने के लिए पटना जंक्शन तक भागना नहीं पड़ेगा.
इसी तरह, सम्पूर्ण क्रांति एक्सप्रेस (12393/12394) का भी दानापुर स्टेशन पर ठहराव दिया गया है. यह ट्रेन दिल्ली और बिहार के बीच लाखों यात्रियों की लाइफ लाइन मानी जाती है.
छोटे स्टेशनों को भी बड़ी सौगात
रेलवे ने सिर्फ बड़े स्टेशनों पर ही नहीं, बल्कि छोटे स्टेशनों को भी ठहराव देकर यात्रियों की सुविधा बढ़ाई है.
सियालदह-बरौनी एक्सप्रेस (13105/13106) अब बड़हिया स्टेशन पर रुकेगी.
फरक्का एक्सप्रेस (15733/15734 और 15743/15744) का ठहराव भदौरा और बनाही में होगा. इसके अलावा 15743/15744 भटिंडा फरक्का एक्सप्रेस अब धीना स्टेशन पर भी रुकेगी.
श्रमजीवी एक्सप्रेस (12391/12392) अब सिलाव स्टेशन पर रुकेगी.
राजगीर-दानापुर इंटरसिटी (13233/13234) का ठहराव करौटा में होगा.
पटना-कोटा एक्सप्रेस (13237/13238 और 13239/13240) भदौरा स्टेशन पर रुकेगी.
बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस (14223/14224) को पावापुरी रोड स्टेशन पर ठहराव मिला है.
हावड़ा-राजेंद्रनगर एक्सप्रेस (12351/12352) अब मननपुर में रुकेगी.
मोकामा-पटना मेमू पैसेंजर (63221/63222) मोर स्टेशन पर ठहरेगी.
यात्रियों की पुरानी मांग हुई पूरी
दानापुर और अन्य छोटे स्टेशनों पर ठहराव की मांग यात्रियों द्वारा लंबे समय से की जा रही थी. खासकर राजधानी और सम्पूर्ण क्रांति जैसी ट्रेनों के लिए यात्रियों को पटना जंक्शन तक जाना पड़ता था, जिससे समय और अतिरिक्त खर्च दोनों की समस्या होती थी. अब दानापुर और आसपास के लोग सीधे अपने स्टेशन से ही इन ट्रेनों में सफर कर सकेंगे.
स्थानीय अर्थव्यवस्था पर असर
रेलवे की इस घोषणा का असर सिर्फ यात्रियों पर ही नहीं, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा. छोटे स्टेशनों पर ट्रेनों का ठहराव होने से वहां यात्रियों की आवाजाही बढ़ेगी, जिससे स्थानीय दुकानदारों और रिक्शा-ऑटो चालकों की कमाई में भी इजाफा होगा.
रेलवे बोर्ड लगातार यात्रियों की मांगों पर समीक्षा कर रहा है और जहां भी संभव है, वहां ठहराव बढ़ाने का प्रयास कर रहा है. यह भी माना जा रहा है कि त्योहारी सीजन से पहले यह कदम यात्रियों को राहत देने के उद्देश्य से उठाया गया है.

