Khesari Vs Nirahua: बिहार चुनाव में मिली हार के बाद भोजपुरी स्टार और आरजेडी नेता खेसारी लाल यादव एक बार फिर चर्चा में हैं. इस बार उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर ऐसा पोस्ट कर दिया, जिसने बिहार की राजनीति को फिर गर्म कर दिया है. खेसारी ने लिखा- ‘हम आह भी करते हैं तो हो जाते हैं बदनाम, वो कत्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होता… अरे भाई, पार्टी में पद के लिए इतना बेचैनी नईखे ठीक हो. कचरा इतना मत करो कि साफ करने में घिन लगे.’ यह तंज सीधा-सीधा निरहुआ और रवि किशन पर माना जा रहा है.
‘वरिष्ठ कलाकारों को अपमानित करते हैं खेसारी’
निरहुआ ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में खेसारी पर खुलकर हमला बोला था. उन्होंने कहा कि खेसारी की आदत है कि वे मंच से वरिष्ठ कलाकारों को अपमानित करते हैं, लेकिन बाद में अकेले में फोन करके माफी मांग लेते हैं. निरहुआ ने इसे दोहरा चरित्र बताते हुए कहा कि ऐसे लोगों का ‘सार्वजनिक अपमान ही होना चाहिए’, क्योंकि जवाब मंच पर ही दिया जाना चाहिए ताकि यह बर्ताव बंद हो.
निरहुआ ने यदमुल्ला क्यों कहा?
खेसारी का चुनावी बयान भी इस विवाद का बड़ा कारण है. खेसारी ने कभी कहा था कि राम मंदिर की जगह हॉस्पिटल बनना चाहिए था. इसी पर निरहुआ ने उन्हें ‘यदमुल्ला’ कह दिया था. अब निरहुआ ने सफाई दी है कि यह शब्द उन्होंने खेसारी की उस मानसिकता का विरोध करने के लिए कहा, जो उनके मुताबिक हिंदू भावनाओं के खिलाफ थी.
निरहुआ ने खेसारी को कहा ‘अहंकारी लाल यादव’
निरहुआ ने खेसारी को ‘अहंकारी लाल यादव’ भी कहा. उनका दावा है कि खेसारी भीड़ देखकर खुद को सबसे बड़ा कलाकार समझने लगते हैं. जबकि भोजपुरी इंडस्ट्री में रवि किशन, मनोज तिवारी जैसे कलाकारों का योगदान सबसे पहले रहा है, पर खेसारी इसका सम्मान नहीं करते.
छपरा से चुनाव लड़े थे खेसारी
खेसारी लाल यादव आरजेडी के टिकट पर छपरा विधानसभा से चुनाव लड़े थे. उनकी लड़ाई बीजेपी की छोटी कुमारी से थी. इस चुनाव में खेसारी को 7600 वोटों से हार का सामना करना पड़ा. शत्रुघ्न यादव उर्फ खेसारी को 79245 वोट मिले थे. जबकि बीजेपी की छोटी कुमारी को 86845 वोट मिले.

