Bihar Politics: बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होना है. इसको लेकर राजनीति गरम है. तमाम पार्टियां अपने-अपने हिस्से की तैयारी में जुटी हुई है. वार-पलटवार का दौर जारी है. इसी बीच आज केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की तरफ से पटना के गांधी मैदान में दलित समागम रैली का आयोजन किया गया था. इस रैली में बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी शामिल हुए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सिर्फ 15 मिनट कार्यक्रम में समय दे सके. इसके बाद वह कार्यक्रम को संबोधित कर चले गए.
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने क्या कहा?
रैली में हम के संयोजक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने सीएम नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री बहुत अच्छे दिल के आदमी हैं. सम्राट चौधरी और संतोष सुमन आप लोग उनको समझा दीजिएगा तो वह काम करेंगे. सफाई कर्मचारी आयोग होना चाहिए. हम मुख्यमंत्री थे तो सफाई कर्मचारी आयोग का मसौदा लाए थे. पता नहीं वह मसौदा कहां चला गया. सफाई कर्मचारी आयोग का गठन किया जाए. इस दलित समागम की ओर से हम इसकी मांग करते हैं.
तब हम समझेंगे कि आप दलितों के लिए काम कर रहे हैं…
जीतन राम मांझी ने आगे कहा कि जब हम मुख्यमंत्री थे तो भूमिहीनों को पांच डिसमिल जमीन देने का कैबिनेट में पास किया था. मुख्यमंत्री से कहना चाहते हैं वास्तविक रूप से 5 डिसमिल जमीन का पैसा नहीं मिल रहा है. एक दो जगह पर पैसा मिल भी रहा है तो तीन डिसमिल का मिल रहा है. केंद्रीय मंत्री मांझी ने आगे कहा कि केंद्र सरकार में और दूसरे राज्यों में मकान बना कर दिया जाता है, उसी तरीके से मकान बनाकर भूमिहीन को दीजिए. लैट्रिन बाथरूम के साथ पक्का मकान बना कर देते हैं. तब हम समझेंगे कि आप दलितों के लिए काम कर रहे हैं. सीएम का समर्थन करते हुए मांझी ने कहा कि उन्होंने ठीक कहा कि ये एनडीए की बैठक नहीं है. यह किसी एक पार्टी की बैठक है इसलिए वह आए और अभिवादन देकर चले गए.
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