Bihar News: भव्य गंगा आरती का दृश्य देखने के लिए अब बनारस जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. बिहार में ही इसका आनंद लोग ले सकेंगे. दरअसल, मुजफ्फरपुर जिले में बनारस के जैसे ही भव्य गंगा आरती होगी. घाटों को मॉडर्न लुक देने की भी योजना है. दरअसल, जिले में गंडक नदी के किनारे बनारस के जैसे ही आरती के लिए मंच बनाया जाएगा.
डीपीआर तैयार कर मंत्रालय को भेजा जाएगा
जानकारी के मुताबिक, नगर निगम की तरफ से रिवर फ्रंट डेवलेपमेंट परियोजना का प्रस्ताव पारित करने के बाद इसका डीपीआर तैयार किया जाएगा. इसके बाद डीपीआर को केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय के पास भेजा जाएगा. मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद टेंडर निकाला जाएगा. पहले फेज में अखाड़ाघाट से आश्रमघाट तक के जगह को डेवलप किया जाएगा.
घाट किनारे होंगी ये व्यवस्थाएं…
दरअसल, घाट को मॉडर्न लुक दिया जाएगा. जहां पर जगह कम होगी वहां कनेक्टिंग पाथवे बनाए जायेंगे. घाट किनारे बैठने की सुविधा, पार्किंग, फूड कोर्ट और कियोस्क स्टॉल के साथ-साथ कई आकर्षक सुविधाएं लोगों के लिए तैयार की जायेंगी, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग वहां पहुंचें. घाट को लेकर गौर करने वाली बात यह है कि आर्टिफिशियल घाट भी बनाए जायेंगे.
आर्टिफिशियल घाट का होगा फायदा
आर्टिफिशियल घाट बनने का यह फायदा हो सकेगा कि इससे नदी का पानी दूषित नहीं होगा. साथ ही पर्व-त्योहारों के मौके पर मूर्ति विसर्जन इसी घाट पर आसानी से हो सकेगा. आर्टिफिशियल घाट को लेकर अन्य योजनाएं भी तैयार की जा रही हैं. जानकारी के मुताबिक, रिवर फ्रंट प्रोजेक्ट को जल्द ही अंतिम रूप दे दिया जाएगा. लेकिन, इससे पहले विशेषज्ञों की टीम इलाके का सर्वे कर रही है.
परियोजना का ये है उद्देश्य…
दूसरी तरफ इस परियोजना का उद्देश्य गंडक नदी के किनारों को व्यवस्थित तरीके से विकसित कर धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन एक नई पहचान देना और जिले में इसे बढ़ावा देना है. संभावना जताई जा रही है कि एक बार बनारस की तर्ज पर जिले में भव्य गंगा आरती के लिए मंच बन जाने के बाद लोग काफी संख्या में यहां पहुंचेंगे. तमाम सुविधाएं होने के कारण रोजगार के साथ-साथ व्यापार को भी बढ़ावा मिल सकेगा.

