Bihar News: पटना. बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा उन इलाकों को लेकर खास प्लान तैयार कर रही है, जिन इलाकों में पार्टी या गठबंधन की स्थिति कमजोर रही है. खास कर शाहबाद का इलाका पार्टी और गठबंधन के लिए एक चुनौती बनी हुई है. शाहाबाद और मगध के इलाके में पार्टी और गठबंधन का प्रदर्शन कमजोर रहा है और 2024 के चुनाव में तो यहां से पार्टी का खाता तक नहीं खुला. ऐसे में इस बार भाजपा आलाकमान कोई रिक्स लेना नहीं चाहता है. अगले 10 दिनों में दो बार बिहार आ रहे गृहमंत्री अमित शाह का मुख्य फोकस बिहार के शाहाबाद पर है.
भाजपा का प्रदर्शन काफी कमजोर
शाहाबाद क्षेत्र में भाजपा का प्रदर्शन काफी कमजोर रहा है. अगर पिछले एक दशक का रिकॉर्ड खंगाला जाए तो आंकड़ों में भी काफी उतार चढ़ाव दिखेंगे. साल 2015 के विधानसभा चुनाव में एनडीए को 22 में से महज 6 सीटें मिली थीं, जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में चारों सीटें जीतकर बीजेपी ने जोरदार वापसी की. 2020 के विधानसभा चुनाव में यह प्रदर्शन औंधे मुंह गिर गया. एनडीए को सिर्फ दो सीटें आरा और बड़हरा मिल सकी. 2024 के विधानसभा उपचुनाव में तरारी और रामगढ़ पर जीत दर्ज कर भाजपा ने वापसी के संकेत दिए, लेकिन उसी साल हुए लोकसभा चुनाव में चारों सीटें पर हार मिली.
एनडीए की स्थिति चिंताजनक
शाहाबाद में एनडीए की स्थिति चिंताजनक रही है. शाहाबाद क्षेत्र में वाम दलों की मजबूत मौजूदगी एनडीए को चुनौती है. भाजपा इसे भांपते हुए अपने सांगठनिक ढांचे को मजबूत करने में जुटी है. अमित शाह का बिहार दौरा सिर्फ सियासी रैलियों तक नहीं, बल्कि तीन प्रमुख मोर्चों रणनीति, संवाद और समन्वय पर कार्य करने की कोशिश है. अगले दो सप्ताह में अमित शाह 5000 कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेकर टिकट वितरण और चुनावी मोर्चेबंदी की दिशा तय करेंगे. इस दौरान अमित शाह ना सिर्फ एनडीए की ताकत बढ़ाने की रणनीति साझा करेंगे, बल्कि कार्यकर्ताओं को विरोधियों से मुकाबले के सटीक राजनीतिक टिप्स भी देंगे.
इन जिलों के कार्यकर्ताओं के साथ करेंगे बात
गृह मंत्री अमित शाह 18 सितंबर को रोहतास जिले के डेहरी अनुमंडल के स्व. ललन सिंह स्टेडियम, कनाल में सुबह 10 बजे से कार्यकर्ताओं से बात करेंगे. यहां शाह 10 जिलों रोहतास, कैमूर, आरा, बक्सर, गया पूर्वी, गया पश्चिमी, नवादा, जहानाबाद, अरवल और औरंगाबाद के 2500 कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे. इस बैठक में शाहाबाद और मगध क्षेत्रों को राजनीतिक रूप से मजबूत करने की रणनीति पर विस्तार से चर्चा होगी. दूसरी बैठक दोपहर बाद बेगूसराय के रिफाइनरी टाउनशिप खेल मैदान में होगी, इस बैठक में पटना ग्रामीण, पटना महानगर, बाढ़, नालंदा, शेखपुरा, मुंगेर, जमुई, लखीसराय, खगड़िया और बेगूसराय इन 10 जिलों के कार्यकर्ताओं, नेताओं और पदाधिकारियों से संवाद होगा.
फीडबैक लेकर तय करेंगे चेहरे
गृह मंत्री अमित शाह रोहतास और बेगूसराय में बूथ से लेकर जिला स्तर तक के कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद कर चुनावी तैयारी का फीडबैक लेंगे. साथ ही प्रत्याशियों की लोकप्रियता और स्थानीय प्रभाव को लेकर नेताओं से भी विस्तार से विमर्श करेंगे, ताकि विधानसभा चुनाव में जीत की रणनीति को मजबूती दी जा सके. गृह मंत्री अमित शाह की बैठक में जिला अध्यक्ष जिला प्रभारी क्षेत्रीय प्रभारी सहित प्रदेश और उस इलाके के कार्य समिति के सदस्य हिस्सा लेंगे. जिला अस्तर के कोर कमेटी के नेताओं को भी बैठक में आमंत्रित किया गया है. गृह मंत्री अमित शाह यह जानने की भी कोशिश करेंगे कि कौन से विधानसभा क्षेत्र में भाजपा का कौन उम्मीदवार सशक्त है.

