Bihar News: बिहार के कुछ जिलों में पिछले दिनों झमाझम बारिश हुई. लेकिन, इस दौरान ऐसे भी जिले हैं जहां सूखे का खतरा मंडरा रहा. बिहार के ऐसे करीब 22 जिले हैं जहां सामान्य से कम बारिश हुई. इनमें भोजपुर, सारण, सुपौल, भागलपुर और मुंगेर ऐसे जिले हैं जहां काफी कम बारिश हुई. लेकिन, इसके बावजूद इन जिलों में बाढ़ से हाहाकार मचा है. लोग बाढ़ के कारण भारी परेशानी झेलने के लिए मजबूर हैं. कई लोग अपना घर तक छोड़ रहे हैं.
इन 5 जिलों में बाढ़ से हाहाकार
भोजपुर में बाढ़ से हाहाकार देखने के लिए मिला. जिले का जवईनिया गांव पूरी तरह बाढ़ के पानी में डूब चुका था. सारण जिले में कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने के कारण लोगों को परेशानी हुई. सुपौल जिले में उफनती कोसी नदी के कारण हाहाकार मचा रहा. भागलपुर जिले में तो गंगा नदी ने खूब तबाही मचाई. गंगा किनारे के इलाकों में बाढ़ का पानी घुसा. यहां तक कि सड़कों पर नावें चलने लगी. मुंगेर जिले में भी लोग बाढ़ की परेशानी झेलने के लिए मजबूर दिखे.
इस वजह से कम हुई बारिश…
ऐसी स्थिति के बावजूद आइएमडी की रिपोर्ट की माने तो, भोजपुर, सारण, सुपौल, भागलपुर और मुंगेर में सामान्य से भी कम बारिश हुई. इसकी बड़ी वजह बिहार के अन्य जिलों और आस-पास के राज्यों के कैचमेंट में हुई जोरदार बारिश बताई गई. दरअसल, बिहार के 15 जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई, जिसका असर राज्य की प्रमुख नदियों पर पड़ा. कई छोटी-बड़ी नदियां उफन आई, जिसके कारण इन पांचों जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी.
अन्य जिलों और आस-पास के राज्यों में बारिश
इसके अलावा बिहार के आस-पास के राज्यों में भी जोरदार बारिश हुई. झारखंड की बात करें तो, वहां लगातार बारिश का दौर देखने के लिए मिल रहा. अब भी झारखंड के कई जिलों में बारिश का सिलसिला जारी है. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में बारिश के कारण बिहार में असर देखने के लिए मिल रहा. इस तरह से बिहार के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति आ गई है.
इन जिलों में इतनी हुई बारिश…
आइएमडी की आधिकारिक जानकारी के अनुसार, सीतामढ़ी में अभी तक सामान्य से करीब 56 प्रतिशत (325 एमएम) कम, सुपौल (340 एमएम) और सहरसा (332 एमएम) में सामान्य से 54 प्रतिशत कम बारिश, गोपालगंज में (325 एमएम) 49 प्रतिशत, मुजफ्फरपुर (331 एमएम) और पश्चिमी चंपारण में (430 एमएम) सामान्य से 48 प्रतिशत कम बारिश हुई.
नहीं टला सूखे का खतरा
जानकारी के मुताबिक, अब तक बिहार में 498.9 मिमी बारिश ही दर्ज हुई है, जबकि सामान्य आंकड़ा 666.9 मिमी होना चाहिए था. यानी इस बार 25% कम बारिश हुई है. सीतामढ़ी में 56% तक कम, सुपौल और सहरसा में 54% और गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, पश्चिमी चंपारण जैसे जिलों में 40% से ज्यादा कमी देखने के लिए मिली. ऐसे में कई जिलों में सूखे का खतरा टला नहीं है. हालांकि, एक बार फिर मानसून एक्टिव होने से बारिश की कमी दूर होने की उम्मीद है.

