Bihar Flood News: बिहार में इन दिनों गंगा, गंडक, कोसी, बागमती, पुनपुन समेत कई छोटी बड़ी नदियां रौद्र रूप में है. बात करें बिहार में गंगा नदी की तो, इसकी तेज धार पूरे 12 जिलों में हाहाकार मचा रही है. कई जगहों पर गंगा नदी अपने खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. कई इलाकों में गंगा का पानी घुस जाने के कारण भयावह मंजर देख लोग दिन-रात डरे और सहमे हुए हैं. बिहार में गंगा नदी बक्सर के चौसा से प्रवेश करती है और भोजपुर, सारण, पटना, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, मुंगेर, खगड़िया, कटिहार, भागलपुर और लखीसराय से गुजरती हुई दूसरे राज्य में प्रवेश करती है.
बक्सर
बिहार के 12 जिलों में गंगा नदी का उफान बना हुआ है और बाढ़ का पानी घुसने के कारण स्थिति भयावह बन गई है. सबसे पहले बक्सर जिले की बात करें तो, यहां गंगा और उसकी सहायक नदी ठोरा के कारण परेशानी बनी हुई है. 5 प्रखंडों के 36 से अधिक गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है. किसानों की फसलें बर्बाद हो गई है. मवेशियों के साथ लोग सड़क पर शरण ले रहे हैं. कई लोगों के घरों में पानी घुसने के कारण भारी आफत आ पड़ी है.
भोजपुर
भोजपुर जिले के जवइनिया गांव में गंगा का जलस्तर बढ़ता ही जा रहा है. जिसके कारण पूरा गांव डूब चुका है. लोग सरकारी स्कूल और रिश्तेदारों के यहां शरण लेने को मजबूर हैं. जवइनिया गांव में हालात बहुत गंभीर हैं. लोग अपना सामान बचाने की कोशिश कर रहे हैं. गंगा नदी के तेज बहाव और कटाव के कारण अब यह गांव मानचित्र पर से भी धीरे-धीरे मिटता हुआ नजर आ रहा है.
सारण
सारण में छपरा, दिघवारा और सोनपुर के नीचले इलाकों में गंगा का पानी घुस गया है. सड़कें डूब चुकी हैं. स्कूल में पानी घुसने के कारण बच्चे स्कूल तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. तमाम परिस्थिति को देखते हुए प्रशासन ने एडवाइजरी जारी कर लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा है.
पटना
पटना में गंगा का रौद्र रूप दिख रहा है. गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बिंद टोली बाढ़ के पानी से घिर गया है. यहां के लोग सुरक्षित स्थान पर जाने लगे हैं. गंगा का पानी जिस तरह तेजी से बढ़ रहा है, कई इलाकों के लोगों की परेशानी इससे बढ़ गयी है. जिला प्रशासन की ओर से 24 दर्जन से अधिक नावों की व्यवस्था की गई है. दानापुर में भी गंगा का विकराल रूप दिख रहा है. दियारा के छह पंचायतों में बाढ़ का संकट गहराया हुआ है. सड़क से लेकर खेतों में बाढ़ का पानी तीन से चार फुट तक बह रहा है. घरों में भी दो फुट के करीब पानी घुसा गया है. जिससे दियारा के बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोग ऊंचे स्थान पर शरण लेने को मजबूर हो गए हैं.
वैशाली
वैशाली जिले में गंगा के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. जिसके कारण राघोपुर का पूरा क्षेत्र पानी-पानी हो गया. राघोपुर प्रखंड के कई गांव बाढ़ के पानी में डूब चुके हैं. सैकड़ों एकड़ में लगी फसल पानी में डूब गई है. प्रखंड के मुख्य सड़क से सभी गांव का संपर्क टूट गया है. मुख्य सड़क पर गाड़ी के बजाय नावें चल रही हैं. आवागमन पूरी तरह बंद हो गया है.
समस्तीपुर
समस्तीपुर जिले से होकर गुजरने वाली गंगा नदी अपने खतरे के निशान से 2 मीटर ऊपर बह रही है. जिले के मोहनपुर प्रखंड के कई गांवों सरसावा, नौघड़िया, जहेनगरा, जौनपुर, कुट्टुपुर के साथ कई अन्य गांव में पानी घुस गया है. लोगों के घरों के चूल्हे डूब चुके हैं. बिजली सप्लाई बंद कर दी गई है. ऐसी स्थिति में ग्रामीण नावों के सहारे अपने मवेशियों को ऊंचे स्थानों की ओर ले जा रहे हैं.
बेगूसराय
बेगूसराय जिले के बलिया इलाके में बाढ़ के कारण स्थिति भयावह बन गई है. कहीं घुटने भर पानी तो कहीं कमर भर पानी में घुसकर लोग आने-जाने के लिए मजबूर हैं. गांव में बाढ़ का पानी घुसने के कारण घर, स्कूल, दुकानें और सड़कें पूरी तरह से डूब चुकी है. बाढ़ पीड़ितों के बीच से आई तस्वीर भयावह है. इसमें गांव और घरों में पानी प्रवेश कर गया है. लोग आने-जाने के लिए जुगाड़ लगाकर चचरी नाव का सहारा ले रहे हैं. सड़क डूब जाने के कारण वहां से नदी तेज धार के साथ बह रही. जिसके कारण लोग डरकर और धीरे-धीरे किसी तरह पार कर रहे हैं. खेतों में पानी घुस जाने के कारण फसलें बर्बाद हो गई है.
मुंगेर
मुंगेर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 12 सेंटीमीटर ऊपर हो गया है. इसके साथ ही जिले में बाढ़ का प्रकोप शुरू हो गया है. चार प्रखंडों के 170 से ज्यादा गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. इससे लगभग दो लाख की आबादी प्रभावित हुई है. गांवों के अलावा, शहर के कई इलाकों में भी बाढ़ का पानी पहुंच गया है. बाढ़ के कारण जिले में अफरा-तफरी का माहौल है. पीड़ित अब सरकार से मदद और बचाव की गुहार लगा रहे हैं.
खगड़िया
खगड़िया जिले में बाढ़ का पानी स्कूल परिसरों तक पहुंच गया है, जिससे जिला प्रशासन ने 14 अगस्त तक 32 स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है. ग्रामीण इलाकों के स्कूलों में बाढ़ का पानी घुसने के कारण वहां की बिल्डिंग और फर्नीचर भी खराब हो रहे हैं. साथ ही बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूल संचालन संभव नहीं है.
कटिहार
कटिहार जिले से गुजरने वाली गंगा नदी में उफान बढ़ गया है. कटिहार जिले में नदियों का पानी निचले भूभाग में फैलाव कर रहा है. बाढ़ ने क्षेत्र में आपदा संकट को बढ़ा दिया है. लगातार हो रही बारिश से परेशानी और भी अधिक बढ़ती नजर आ रही है. कटिहार के कुरसेला में नदी का जलस्तर डरा रहा है.
भागलपुर
भागलपुर में गंगा का जलस्तर बढ़ा तो बाढ़ का पानी शहरी इलाकों में पसरने लगा. तटीय इलाकों में गंगा नदी से हालात गंभीर हो गए हैं. उन इलाकों के स्कूल बंद कर दिए गए हैं. अकबरनगर, सबौर और नाथनगर के निचले हिस्सों में पानी घुसने के कारण परेशानी लोगों को झेलनी पड़ रही. कई गांव डूब गए है. जिसके बाद अब बाढ़ का पानी शहरी इलाकों में भी फैलने लगा है.
लखीसराय
लखीसराय जिले के बड़हिया और पिपरिया प्रखंडों में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. इससे सब्जियों की सैंकड़ों एकड़ फसलें, जैसे लौकी, परवल, भिंडी, नेनुआ आदि पूरी तरह पानी में डूब गई हैं. किसान पहले से ही महंगाई और मौसम की मार से जूझ रहे थे, अब बाढ़ ने उनकी कमर तोड़ दी है. इसके साथ ही जिले के कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने के कारण लोगों को उनका घर छोड़ने की चिंता सता रही है. हालांकि, जिला प्रशासन अलर्ट है.

