Bihar Election 2025 : बिहार की सियासत इस वक्त चरम पर है और इसी बीच लालू परिवार के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. गृह मंत्रालय ने उन्हें वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी है. अब सीआरपीएफ के 11 कमांडो उनके साथ 24 घंटे तैनात रहेंगे. यह फैसला उस रिपोर्ट के बाद लिया गया है, जिसमें सुरक्षा एजेंसियों ने तेजप्रताप के खिलाफ संभावित खतरे की आशंका जताई थी.
नई पार्टी, नया चुनाव, बढ़ी सुरक्षा
लालू यादव और राजद से अलग होकर तेजप्रताप ने हाल ही में ‘जनशक्ति जनता दल’ नामक नई पार्टी बनाई है. इस बार वे महुआ विधानसभा सीट से अपनी पार्टी के चुनाव चिह्न ब्लैक बोर्ड के निशान पर चुनावी मैदान में हैं. पार्टी के कई प्रत्याशी अन्य विधानसभा क्षेत्रों से भी चुनाव लड़ रहे हैं.
नए दल की घोषणा के बाद तेजप्रताप लगातार चर्चा में रहे हैं. ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों ने हालिया रिपोर्ट में उनकी सुरक्षा को लेकर खतरे का संकेत दिया था, जिसके बाद केंद्र ने उन्हें ‘वाई प्लस’ श्रेणी में शामिल कर दिया.
क्या है वाई प्लस सुरक्षा?
वाई प्लस श्रेणी में सीआरपीएफ के कुल 11 कमांडो की टीम होती है. इनमें से पांच कमांडो ‘स्टैटिक ड्यूटी’ पर यानी तेजप्रताप के घर और उसके आसपास तैनात रहेंगे. बाकी छह ‘पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर’ (PSO) होंगे, जो तीन शिफ्टों में लगातार उनकी सुरक्षा संभालेंगे.
इस व्यवस्था के तहत तेजप्रताप की हर आवाजाही पर सीआरपीएफ के प्रशिक्षित जवान मौजूद रहेंगे और उनका काफिला भी अब अधिक सुरक्षा व्यवस्था के साथ चलेगा.
तेजप्रताप बोले – “बिहार में हालात अनिश्चित”
तेजप्रताप यादव ने कुछ दिन पहले कहा था कि “बिहार के हालात अनिश्चित हैं, माहौल ऐसा है कि किसी भी वक्त कुछ भी हो सकता है.” उन्होंने सार्वजनिक तौर पर केंद्र से अपनी सुरक्षा बढ़ाने की अपील की थी. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि इस वक्त तेजप्रताप न केवल अपने पिता लालू यादव से राजनीतिक दूरी बनाए हुए हैं, बल्कि एक स्वतंत्र नेतृत्व स्थापित करने की कोशिश में हैं. ऐसे में सुरक्षा का यह फैसला केंद्र के स्तर पर एक अहम कदम माना जा रहा है.
चुनावी मैदान में तेजप्रताप का नया दांव
महुआ सीट से चुनाव लड़ रहे तेजप्रताप यादव इस बार अपने पिता की विरासत से अलग राह पर हैं. वे लगातार खुद को “युवाओं की आवाज” और “जनता के नायक” के रूप में पेश कर रहे हैं. हाल ही में उन्होंने अपने समर्थकों के बीच कहा था कि “जनशक्ति जनता दल सत्ता नहीं, सेवा की राजनीति करेगी.” अब वाई प्लस सुरक्षा मिलने के बाद उनका राजनीतिक सफर और भी सुर्खियों में आ गया है.
प्रशासन हुआ अलर्ट, जिला पुलिस को मिला निर्देश
गृह मंत्रालय के आदेश के बाद पटना जिला प्रशासन और स्थानीय पुलिस को भी निर्देश जारी किए गए हैं कि वे सीआरपीएफ के साथ समन्वय बनाकर सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करें. सुरक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, तेजप्रताप अब राज्य के उन चुनिंदा नेताओं में शामिल हो गए हैं जिन्हें केंद्र स्तर की सुरक्षा दी गई है.

