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Bihar Election 2025: अजीत, भागलपुर. कोसी इलाके में चुनावी हलचल चरम पर है. नेताओं के दौरे तेज हो गये हैं और जीत-हार का जोड़-घटाव भी शुरू हो चुका है. 2020 के विधानसभा चुनाव में कोसी के तीन जिलों (सहरसा, सुपौल और मधेपुरा) की 13 सीटों में से 10 सीटों पर एनडीए ने जीत दर्ज की थी, जबकि तीन सीटें महागठबंधन के खाते में गयी थीं. इस बार एनडीए इतिहास दोहराने की तैयारी में है. इधर, महागठबंधन एनडीए के किले में सेंध लगाने की जुगत लगा रहा है. इनके बीच जन सुराज की इंट्री ने मुकाबले को रोचक बना दिया है. खासकर उन क्षेत्रों में जहां एनडीए और महागठबंधन के बीच मतों का अंतर कम रहा है.
Bihar Election 2025: सहरसा के हर सीट पर वर्तमान विधायक को मिल रही चुनौती
सहरसा में चार सीटें है. सिमरी बख्तियारपुर में राजद, सहरसा में भाजपा व सोनवर्षा व महिषी सीटों पर जदयू का कब्जा है. सहरसा सीट से एनडीए में भाजपा ने पूर्व मंत्री डॉ आलोक रंजन पर एक बार फिर भरोसा जताया है. पहली बार महागठबंधन से इस सीट पर आइपी गुप्ता मैदान में हैं. वहीं, जनसुराज ने पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना को मैदान में उतारा है.
सोनवर्षाराज और सिमरी बख्तियारपुर में भी कड़ी टक्कर
सोनवर्षाराज से मद्य निषेध मंत्री रत्नेश सादा चौथी बार चुनावी समर में हैं, जिन्हें महागठबंधन की कांग्रेस प्रत्याशी सरिता पासवान से कड़ी टक्कर मिलने की संभावना है. सरिता पासवान पहले लोजपा में थी. सिमरी बख्तियारपुर में राजद के विधायक यूसुफ सलाहुद्दीन एक बार फिर से मैदान में है, जिनकी सीधी टक्कर एनडीए से लोजपा प्रत्याशी संजय कुमार सिंह से हो सकती है. कुछ ऐसा ही हाल महिषी विधानसभा क्षेत्र का है. जहां राजद के गौतम कृष्ण और जदयू के निवर्तमान विधायक गुंजेश्वर साह के बीच सीधी टक्कर है.
मधेपुरा में जनसुराज और निर्दलीय ने लड़ाई को बनाया रोचक
मधेपुरा की चारों सीटों पर महागठबंधन व एनडीए के बीच सीधी टक्कर की संभावना है, लेकिन जन सुराज व निर्दलीय उम्मीदवारों ने मुकाबले को रोचक बना दिया है. मधेपुरा में राजद विधायक प्रो चंद्रशेखर यादव चौथी जीत के प्रयास में है. उनके सामने जदयू की कविता साहा मैदान में हैं. हालांकि निर्दलीय प्रणव प्रकाश और जनसुराज के शशि कुमार ने समीकरण को उलट-पुलट दिया है.
सिंहेश्वर सीट पर राजद और जदयू का सीधा मुकाबला
सिंहेश्वर सीट पर राजद विधायक चंद्रहास चौपाल का जदयू प्रत्याशी रमेश ऋषिदेव से सीधा मुकाबला है. बिहारीगंज में भी जदयू विधायक निरंजन मेहता और राजद की पूर्व मंत्री रेणु कुशवाहा आमने-सामने हैं. मुकाबला बराबरी का है. वहीं आलमनगर सीट पर जदयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नरेंद्र नारायण यादव लगातार आठवीं बार जीत दर्ज करने की कोशिश में हैं. लेकिन वीआइपी प्रत्याशी नवीन निषाद, जनसुराज के सुबोध मंडल और निर्दलीय विनोद आशीष के मैदान में उतरने से मुकाबला इस बार रोमांचक हो गया है.
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सुपौल के पांचों सीटों को बचाने में एनडीए को करनी होगी मशक्कत
सुपौल जिले की पांच विधानसभा सीटों पर दूसरे चरण यानी 11 नवंबर को मतदान होना है. लेकिन, अभी से राजनीति पारा हाइ पार है. एनडीए के दो बड़े नेताओं का भी भविष्य तय होना है. वर्तमान में सभी सीटों पर एनडीए का कब्जा है, लेकिन इस बार कई जगह मुकाबला रोमांचक हो गया है. सुपौल सीट पर जदयू के मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव का मुकाबला कांग्रेस के मिन्नतुल्लाह रहमानी और जनसुराज के अनिल कुमार सिंह से है.
पिपरा में जदयू और माले के बीच दिख रहा मुकाबला
पिपरा में जदयू के रामविलास कामत, माले के अनिल यादव और निर्दलीय लक्ष्मी कांत भारती के बीच त्रिकोणीय मुकाबला दिख रहा है. त्रिवेणीगंज (सुरक्षित) सीट पर जदयू की सोनम रानी और राजद के संतोष सरदार आमने-सामने हैं. निर्मली में जदयू के अनिरुद्ध प्रसाद यादव की टक्कर राजद के बैधनाथ मेहता से है. छातापुर सीट पर भाजपा के नीरज कुमार सिंह और राजद के विपिन कुमार सिंह के बीच सीधा मुकाबला है.
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