फुलवारीशरीफ. थाना क्षेत्र की किसान कॉलोनी में शुक्रवार को हुई नवनीत की हत्या मामले में परिजनों के बयान पर उसके ही करीबी शमी आनंद उर्फ समीर आनंद पर हत्या का केस दर्ज किया गया है. समीर पिपरा थाना के नेवा गांव का रहने वाला है. नवनीत के पिता शैलेंद्र कुमार के बयान पर पुलिस ने केस दर्ज किया है. नवनीत मूल रूप से मोकामा के लौआ गांव का रहने वाला था. यह सोना लुटेरा कुख्यात सुबोध सिंह के लिए भी काम करता था. सुबोध सिंह फिलहाल पश्चिम बंगाल के बैरकपुर जेल में कैद है.
सूत्रों के अनुसार, रुपयों के आपसी विवाद में हत्या की घटना को अंजाम दिया गया है. साथ ही यह सूद पर पैसे लेने देने आदि का भी काम करता था. पुलिस इस बात को लेकर जांच कर रही है कि नवनीत की हत्या सोना लूट के पैसे के बंटवारे या सूद के पैसों के लेन-देन के विवाद को लेकर की गयी है.यह भी बात सामने आ रही है कि नवनीत ने समीर से मोटी रकम ले रखी थी और उसे नहीं लौटा रहा था. पुलिस फिलहाल अंतिम निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है. पुलिस अनुसंधान में पता चला है कि नवनीत और नामजद समीर दोनों ही माइंस नाम के बाइकर्स गैंग के सक्रिय सदस्य हैं.
नवनीत पटना में शिवपुरी इलाके में रहता था. एसटीएफ की टीम ने पूर्णिया में हुए सोना लूटकांड के मामले में एक अगस्त 2024 को गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था.बरामद बाइक का रजिस्ट्रेशन नंबर निकला फर्जी :
खास बात यह है कि पुलिस ने घटनास्थल से जो बाइक बरामद की थी, उसका रजिस्ट्रेशन नंबर फर्जी निकला है. यह रजिस्ट्रेशन नंबर नालंदा के बिंद निवासी रोहित के नाम पर है. पुलिस टीम बिंद भी गयी लेकिन रोहित भी पुलिस के हाथ नहीं लगा. दूसरी ओर पुलिस ने नवनीत के पास से एक आइफोन बरामद किया था. जिसमें काेलकाता का सिम कार्ड लगा था. उसके फोन के डायल्ड नंबर की लिस्ट से पुलिस को तीन नंबर मिले हैं. पुलिस उन तीनों नंबरों की जांच रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है