बिहार में हथियार और कारतूस के खेप आए दिन पकड़े जाते हैं. अलग-अलग जिलों में जिला पुलिस और एसटीएफ कार्रवाई करती है. कहीं से मिनी गन फैक्ट्री तो कहीं कारतूस के खेप पकड़े जा रहे हैं. अब बड़ा खुलासा हुआ है कि पड़ोसी राज्य यूपी के कानपुर से कारतूस के खेप बिहार भेजे जाते थे. ‘महाकाल गैंग’ के अपराधियों को जब पुलिस ने दबोचा तो सारे राज बाहर आए.
सोन नदी किनारे 160 कारतूस के साथ धराए अपराधी
पिछले दिनों दो बड़ी घटना पटना में हुई जो सुर्खियों में रही. दो दिन पहले पटना पुलिस ने पांडव गिरोह के गुर्गों को गिरफ्तार किया था. बिहटा थाना क्षेत्र के आमनाबाद स्थित सोन नदी के किनारे पुलिस और अपराधियों में मुठभेड़ हुई थी. पुलिस पर AK-47 से हमला शुरू हुआ तो जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां बरसाईं. चार बालू माफियाओं को पुलिस ने यहां गिरफ्तार किया था. इनके पास से AK-47 हथियार के अलावे 160 जिंदा कारतूस बरामद हुए थे.
ALSO READ: बिहार में AK-47 का खेल, कौन बांट रहा मौत का सामान? NIA कर रही अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को ट्रेस

महाकाल गैंग के भी गुर्गे कारतूसों के साथ धराए
पांडव गैंग के गुर्गों को पकड़ने के बाद पुलिस ने महाकाल गैंग के अपराधियों पर कार्रवाई की. बिहटा और मनेर थाना क्षेत्र में यह गैंग अवैध हथियार और कारतूसों की तस्करी करते हैं. सोशल मीडिया पर हथियारों के साथ रील्स वीडियो बनाकर ये अपनी धमक जमाने की कोशिश भी करते हैं. पुलिस ने इस गैंग के दो अपराधियों को पकड़ा तो कारतूसों की तस्करी के राज खुले.

कानपुर से भोजपुर आता है कारतूस का खेप
पटना के सिटी एसपी भानु प्रताप ने बताया कि महाकाल गैंग के गिरफ्तार अपराधी बालू माफियाओं और बदमाशों को दोगुने दाम पर कारतूस की सप्लाई करते थे. ये कारतूस भोजपुर से लाकर बेचे जाते थे. सिटी एसपी ने बताया कि पिछले दिनों जो बालू माफिया गिरफ्तार हुए थे उन्होंने महाकाल गैंग के इन लोगों के नाम बताए थे. उन्होंने बताया था कि कानपुर से कारतूसों को भोजपुर जिला लाया जाता है. इसके बाद उन लोगों के पास पहुंचाया जाता है.
तस्करों के नेटवर्क को खंगाल रही पुलिस
पटना पुलिस अब इस नेटवर्क को खंगाल रही है जो कानपुर से लेकर भोजपुर और पटना तक कारतूसों की तस्करी करती है. जो भी इस गिरोह में शामिल होंगे, उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा. जो अपराधी पकड़े गए हैं, उनके ऊपर आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है.

