संवाददाता,पटना : शहर में आवागमन की सुविधाओं को लेकर इको पार्क के पूर्वी छोर से अटल पथ तक सर्पेंटाइन नाले को पाट कर फोरलेन सड़क बनायी जायेगी. साथ ही पटेल गोलंबर से इको पार्क के पश्चिमी छोर तक बनी सड़क का चौड़ीकरण होगा. इन दोनों सड़कों के निर्माण से सचिवालय, राजधानी वाटिका व एयरपोर्ट आने-जाने में सुविधा होगी. सीएम की प्रगति यात्रा के दौरान की गयी घोषणा के बाद से इनके निर्माण को लेकर बिहार राज्य पथ विकास निगम के अधिकारियों ने मंथन शुरू कर दिया है.
860 मीटर लंबी और 14 मीटर चौड़ी होगी सड़क
पटेल गोलंबर से इको पार्क के पश्चिमी छोर व इको पार्क के पूर्वी छोर से अटल पथ तक दो भागों में बननेवाली इस सड़क की कुल लंबाई 860 मीटर और चौड़ाई 14 मीटर होगी. इसके निर्माण पर लगभग 183.30 करोड़ रुपये खर्च होंगे. सर्पेंटाइन नाले को पाट कर सड़क का निर्माण होने से नाले की जमीन पर अतिक्रमण से छुटकारा मिलेगा. नाले पर से अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाया जाता है. सर्पेंटाइन नाले पर सड़क बनने से सचिवालय,राजधानी वाटिका और एयरपोर्ट आने-जाने की सुविधा बढ़ेगी. पटेल गोलंबर से भी इको पार्क तक सड़क बनने से हार्डिंग रोड के विकल्प के रूप में नयी सड़क होगी.काटी गयी सड़क को भरा जा रहा, पर पीचिंग में लगेगा समय
बुडको के नये एमडी अनिमेष कुमार पराशर द्वारा दिये गये सख्त निर्देश के बाद सड़क पर काटे गड्ढे को तेजी से भरने का काम शुरू हुआ है. एजी कॉलोनी मेन रोड और बेली रोड स्थित हनुमान मंदिर से राजवंशी नगर की ओर जाने वाली सड़क और बाबा चौक के समीप एक महीने से अधिक समय से काट कर छोड़े गड्ढे को तेजी से भर दिया गया है और वहां लगे बैरिकेड को भी हटा दिया गया है. लेकिन काटी गयी सड़क के भरे गये इस हिस्से के ऊपर पिचिंग नहीं होने के कारण आने-जाने में वाहनों को अब भी जर्क झेलना पड़ रहा है और लोगों की परेशानी बनी हुई है. मालूम हो कि बुडको के नये एमडी के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद अनिमेष कुमार पराशर ने एक सप्ताह के भीतर काटी गयी सड़क के हिस्से को भरने और ऐसा नहीं करने की स्थिति में परियोजना निदेशक को निलंबित करने और ठेकेदार पर प्रावधान के अनुसार जुर्माना लगाने का निर्देश दिया था. सूत्राें की मानें, तो अभी काटे गये हिस्से की पीचिंग में एक महीने से अधिक का समय लग सकता है, क्योंकि जब तक भरी गयी मिट्टी ठीक से दबेगी नहीं, तब तक उसके ऊपर पीचिंग करना सही नहीं होगा और उसके धंसने की आशंका बनी रहेगी . ऐसे में कम-से-कम एक महीने अभी ऐसी जगहों से गुजरने वाले लाेगों की परेशानी और बनी रहेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है