पटना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात के जवाब में राजद के पूर्व एमपी रघुवंश प्रसाद सिंह ने ‘काम की बात’ की है. इस बार पीएम ने मन की बात में जितनी बातों को उठाया, उसपर सवाल खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पहले अपने प्रचार-प्रसार में खर्च किये गये रुपये का हिसाब दें.इसके बाद वह राजनीतिक दलों को दिये जा रहे चंदे का हिसाब मांगे. उन्होंने कहा कि केंद्र को चंपारण सत्याग्रह समारोह की कोई चिंता नहीं है. बापू की इस एेतिहासिक यात्रा के 100 वर्ष पूरे होने पर इतना बड़ा आयोजन होने जा रहा है. फिर भी केंद्र ने इसके लिए अभी तक एक रुपया भी नहीं दिया है. उन्होंने राज्य सरकार पर कहा कि राज्य में मदिरालय तो बंद हो गयी, लेकिन अभी तक पुस्तकालय नहीं खुली. शराब खत्म हुई, तो इसके बदले किताब मिलनी चाहिए. इन चीजों पर काम करने की जरूरत है.
राज्य सरकार सारा बंदोबस्त अपने स्तर पर करने जा रही है. उन्होंने कहा कि पीएम सिर्फ 36 करोड़ नौजवानों के लिए नारा लगाते हुए न्यू इंडिया की बात करते हैं, लेकिन युवाओं के रोजगार के लिए कोई बंदोबस्त नहीं किया है.रघुवंश प्रसाद ने कहा कि डिजिटल इंडिया से कालाधन पर कोई रोक नहीं लगेगी. नोटबंदी से कितना कालाधन आया, इसका भी अभी तक केंद्र सरकार ने कोई हिसाब नहीं दिया है. महिला कर्मचारियों के लिए एक साल का मातृत्व अवकाश देने की मांग भी केंद्र से की. हाल में इस बढ़ाकर 26 सप्ताह किया गया है. उन्होंने आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, आशा, रसोइया का मानदेय बढ़ाने की मांग भी की है.
