पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिये एक रोड मैप बनाये जाने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री सचिवालय के संवाद सभाकक्ष में पर्यटन विभाग की समीक्षा के क्रम में नीतीश ने निर्देश दिया कि प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिये विभिन्न पहलुओं पर विचार कर एक रोड मैप बनाया जाये, जिसके अनुसार पर्यटन का समग्र विकास राज्य में ही हो सकेगा.
पर्यटन के प्रोफेशनल्स से लें सलाह
उन्होंने विभाग को निर्देश दिया कि पर्यटन के क्षेत्र के विशेषज्ञों तथा पर्यटन की जानकारी रखने वाले प्रोफेशनल्स के साथ विचार विमर्श कर पर्यटन का रौड मैप बनाया जाये. मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह को निर्देश दिया कि पर्यटन के साथ-साथ कला एवं संस्कृति विभाग को भी रोड मैप बनाने में शामिल किया जाये. दोनों विभागों का समन्वय कर विभिन्न पर्यटक स्थलों के विकास, आधारभूत संरचना निर्माण, पुरातात्विक महत्व के स्थलों के विकास के लिये पर्यटन रोड मैप का प्रस्ताव शीघ्र लाया जाये.
बनाए बेजोड़ रोड मैप
नीतीश ने कहा कि पर्यटन रोड मैप के अनुसार विशेषज्ञों की परामर्श से पर्यटन का विकास इस प्रकार करें कि पर्यटक घूमने के साथ साथ पर्यटक स्थलों पर रुके. इससे राज्य के आर्थिक विकास को गति मिलेगी। इसके लिये पर्यटक स्थल पर पर्यटकों के लिये सभी प्रकार की आवश्यक सुविधा एवं संसाधन उपलब्ध रहना चाहिये. उन्होंने बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड को और सुदृढ तथा प्रोफेशनल बनाने की जरुरत बताई। पर्यटन प्रोत्साहन नीति तुरन्त लाई जाये ताकि पर्यटन प्रक्षेत्र में निजी निवेश को बढावा दिया जा सके. नीतीश ने कहा कि वर्ष 2017 में राज्य में दो प्रमुख कार्यक्रम होंगे जिसमें गुरु गोविन्द सिंह जी के 350 वें जन्मदिवस पर प्रकाशोत्सव का आयोजन एवं महात्मा गांधी की चम्पारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष समारोह शामिल है. उन्होंने निर्देश दिया कि इन दोनों कार्यक्रमों की तैयारी के लिये समर्पित अधिकारियों की टीम बनाये तथा दोनों कार्यक्रमों की वृहद व्यवस्था के लिये तैयारी जल्द प्रारंभ करे। इसके लिये पूरी कार्ययोजना एक माह में प्रस्तुत करें.
धार्मिक सर्किट बनेगा
नीतीश ने कहा कहा कि बिहार में पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावनायें है. यहां के ऐतिहासिक, पुरातात्विक स्थलों के पर्यटक स्थल के रुप में विकास कर रोजगार सृजन एवं आर्थिक विकास किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि बौद्ध परिपथ, महात्मा गांधी परिपथ, कांवरिया पर्यटकों का पथ शिव शक्ति परिपथ, रामायण परिपथ, जैन परिपथ, पटना साहिब में विभिन्न पर्यटकीय सुविधाओं के विकास, मंदार पर्वत एवं अंग प्रदेश परिपथ का विकास, चंपापुरी सहित जैन परिपथ के विकास से जुडी महत्वपूर्ण योजनाओं को पूरा कर राज्य के विकास को गति दी जा सकती है. नीतीश ने बिहार में इंडियन इन्स्टीच्यूट आफ टूरिज्म एंड ट्रेड प्रबंधन के लिये संस्थान खोलने की सहमति दी. उन्होंने कहा कि यह संस्थान बोधगया में स्थित होगा और इसके लिए विभाग प्रस्ताव भेजे। उन्होंने कहा कि विरासत भवनों को विकसित कर भव्य हेरिटेज होटल में विकसित किया जा सकता है. इसके लिये प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया.
पर्यटन होटल विकसित होंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन के अंतर्गत जो होटल पूर्व से स्थापित हैं, उन्हें भी विकसित करने की आवश्यकता है इसके लिये भी प्रस्ताव लाया जाये. बैठक के दौरान पर्यटन सचिव हरजोत कौर के विभाग के आय में वृद्धि पटना स्थित कौटिल्य विहार होटल एवं उसके परिसर की भूमि का उपयोग कर वहां आधुनिक तथा भव्य होटल निर्माण की आवश्यकता जताए जाने पर मुख्यमंत्री ने इससे संबंधित प्रस्ताव विभाग को लाने का निर्देश दिया.