पटना : सरकार के सात निश्चय में सबको पेयजल व हर घर में शौचालय का निर्माण प्राथमिकता सूची में है. सरकार राज्य में सबके लिए शुद्ध पेयजल व हर घर में शौचालय निर्माण के लक्ष्य को हासिल करने के लिए संकल्पित है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोक स्वास्थ्य व अभियंत्रण विभाग के अधिकारियों के साथ कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने कहा कि ‘खुले में शौच से मुक्त’ बिहार निर्माण के सपने को साकार करना है.
विभाग की ओर से लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान चलाकर शौचालय विहिन घरों में शौचालय का निर्माण कराना है. शुद्ध पेयजल आपूर्ति व शौचालय निर्माण योजना के लिये विभाग में उपलब्ध संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल करने के लिये नये सिरे से विचार करने की जरूरत है. मुख्यमंत्री ने विभागीय सचिव को निदेश दिया कि विभाग के अन्तर्गत चलने वाली विभिन्न परियोजनाओं, योजनाओं एवं कार्यक्रमों के लिये सभी पहलुओं पर विचार करते हुये क्षेत्र की परिस्थितियों के अनुरूप विभिन्न मॉडलों का प्रस्ताव तैयार कराया जाये. क्रियान्वयन की रणनीति की भी समीक्षा की जाय ताकि लक्ष्यों के अनुरूप मिशन मोड में कार्य सुनिश्चित हो सके. पीएचइडी विभाग को 15 जनवरी तक अपना प्रस्ताव देने के लिए कहा गया ताकि शुद्ध पेयजल व स्वच्छ बिहार के लक्ष्य को बेहतर तरीके से किस तरह क्रियान्वित किया जाय.
उन्होंने कहा कि लोगों में जागरूकता आयी है परन्तु लोगों को और अधिक जागरूक बनाने की जरूरत है. जिससे लोग जलापूर्ति व शौचालय निर्माण योजनाओं से जुड़ सकें. नया मॉडल के प्रस्ताव में जन सहभागिता पर भी गंभीरतापूर्वक विचार करने की आवश्यकता है ताकि लक्ष्य अधिक सरलता व सहजता से प्राप्त किया जा सके. उन्होंने कहा कि पानी की बर्बादी को रोकने के लिये भी लोगों को जागरूक करना जरूरी है. यदि संरचनात्मक व ढांचागत परिवर्तन की जरूरत हो तो उस पर भी विचार कर प्रस्ताव तैयार किया जाय. समीक्षा बैठक में पीएचइडी मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, विकास आयुक्त शिशिर सिन्हा, प्रधान सचिव वित्त रवि मितल,पीएचइडी विभाग की सचिव अंशुली आर्या, मुख्यमंत्री के सचिव चंचल कुमार व अतीश चन्द्रा सहित सभी संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.