पटना: विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में सियासी हलचल तेज हो गया है. ताजा घटनाक्रम में जदयू के बागी इस्लामपुर से विधायक एवं मांझी खेमे के राजीव रंजन ने विधानसभा की सदस्यता से शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया है. इससे पहले राजीव रंजन ने गुरुवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय की मौजूदगी में प्रदेश कार्यालय में अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी. इस अवसर पर जदयू के बागी विधायक ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधते हुए उन्हें अहंकारी की संज्ञा ही. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश के अहंकार के कारण बिहार में विकास की रफ्तार थम गयी है. वहीं मंगल पांडेय ने कहा कि जल्द ही जदयू के और कई बागी नेता भाजपा में शामिल होंगे.
भाजपा में शामिल होने के साथ ही आज इस्लामपुर से विधायक राजीव रंजन ने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दिया. हालांकि तकनीकि कारणों से उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है. जानकारी के मुताबिक विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष अपना इस्तीफा सौंपते वक्त उन्होंने इसे हस्तलिखित रूप में तैयार नही किया था. बल्कि इसे मुद्रित रूप में तैयार किया गया था. नियमों के मुताबिक किसी सदस्य का इस्तीफा तभी स्वीकार किया जाता है जब वह इसे स्वयं अपने हाथों से लिखकर अध्यक्ष को सौंपे. इस कारण उनका इस्तीफा स्वीकार नही किया गया है. अब राजीव रंजन अपना इस्तीफा विस अध्यक्ष को कल सौंपेगे और उनका इस्तीफा उसी दिन से स्वीकार कर लिया जाएगा जिस दिन का जिक्र उन्होंने पहले किया है.
बिजली की परेशानी के लिए नीतीश जिम्मेवार: राजीव रंजन
भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद विधायक राजीव रंजन ने कहा कि राज्य में बिजली की समस्या के लिए नीतीश कुमार जिम्मेवार हें. उन्होंने कहा कि उनके साथ मेरा 48 साल की दोस्ती है. उनके कहने पर ही मैं बिजली बोर्ड के अध्यक्ष पद को छोड़कर बिहार आया. वे बिजली में सुधार के लिए मेरे एक भी सुझाव को नहीं माना. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद से गंठबंधन के सवाल पर ही मैं उनका विरोध किया. उन्होंने कहा कि गंठबंधन टूटने में भाजपा का कोई दोष नहीं है. उन्होंने कहा कि बिहार में सौ रुपये की बिजली बिल पर लोगों को 52 रुपये सरकार की गलती से देना पड़ता है. इसके लिए सरकार जिम्मेवार है न कि बिहार की जनता.
मंगल पांडेय का दावा, जदयू के कई और विधायक जल्द ही भाजपा में होंगे शामिल
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा है कि 30 अगस्त को गांधी मैदान में आयोजित महागंठबंधन की रैली धोखा और प्रपंच की रैली है. इस रैली से बिहार की जनता का विश्वास उन्हें नहीं मिलने वाला है. वे भाजपा प्रदेश कार्यालय में इसलामपुर के मांझी खेमे से आने वाले जदयू विधायक राजीव रंजन के भाजपा में शामिल होने के मौके पर पत्रकार सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि जदयू का विकेट गिरना शुरू हो गया है. जल्द ही जदयू के कई और विधायक भाजपा में शामिल होंगे. पांडेय ने कहा कि नीतीश कुमार के गृह जिले के विधायक के भाजपा में शामिल होने के साथ कई और झटका लगने वाला है. इसके पहले राजीव रंजन अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल होने की घोषणा की.
इस मौके पर भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की कांग्रेस के साथ पुरानी दोस्ती और मजबूत हुई है. राजद और कांग्रेस ने 140 सीट लेने के साथ ही छोटे भाई नीतीश कुमार को मात दिया है. छोटे भाई को सिर्फ एक सौ सीट पर समेट दिया गया है. इसका परिणाम क्या होगा, वह तो भविष्य बतायेगा. उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के नेता को पार्टी का अध्यक्ष बनाया है उस पार्टी को ही एक भी सीट नहीं दिया गया है. इससे सपा के प्रदेश अध्यक्ष ने विद्रोह की धमकी दी है. एनसीपी के तारिक अनवर ने कह दिया है कि वे शरद पवार से बात करेंगे. इससे नीतीश कुमार का धोखा उजागर हुआ है. इस अवसर नालंदा जिले के इसलाम पुर के कई जदयू नेता ने भी भाजपा में शामिल हुए. जिनमें जदयू के जिला उपाध्यक्ष विनय सिंह, महासचिव सुरेंद्र प्रसाद, सहित 21 नेता शामिल थे.
जदयू-राजद-कांग्रेस नेता हम में हुए शामिल
जदयू-राजद-कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता गुरुवार को हिंदुस्तानी अवाम मोरचा (सेकुलर) में शामिल हो गये. उन्हें हम के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने अपने आवास पर सदस्यता दिलायी. इस मौके पर जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद पर निशाना भी साधा. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की राजनीतिक मानसिकता विकृत हो गयी है. दिग्विजय सिंह हो या फिर शकील अहमद खान, दोनों को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया, जिससे उनकी मौत हो गयी. अब वह दिन दूर नहीं है जब नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के राज से बिहार को मुक्ति मिल जायेगी. उन्होंने कहा कि अपने शासन काल में उन्होंने किसानों, नौजवानों, सवर्ण, दलित, अल्पसंख्यकों के लिए जो निर्णय लिये हैं उसे एनडीए की सरकार बनने के बाद उसे आगे बढ़ा सकेंगे.
बिहार के पहले मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह के बरबीघा से आये वरुण कुमार सिंह, अजय कुमार ठाकुर, लक्ष्मी मालाकार, रामानुज सिंह, धर्मवीर यादव, राजेंद्र सिंह, रामवृक्ष सिंह, ईश्वर राम, श्रवण साव, मुरारी गुप्ता ने हम की सदस्यता ली. इनके अलावा वीर कुंवर विवि के प्रो. केए सिंह, डा. गुरुचरण सिंह, डा. संतोष राम, डा. तपन कुमार शांडिल्य, डा. सीमा शर्मा, राहुल यादव भी हम में शामिल हुए, इस मौके पर पूर्व मंत्री महाचंद्र प्रसाद सिंह, हम के महासचिव उपेंद्र सिंह, प्रवक्ता डा. दानिश रिजवान, सतीश सिंह, संजीव पासवान, अनामिका पासवान, युवा प्रदेश अध्यक्ष संजीव पासवान मौजूद थे.