पटना: राजधानी के सालिमपुर अहरा इलाके में गुरु वार की सुबह करीब साढ़े छह बजे भाजपा के एक नेता अविनाश की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद तीन हमलावरों की पहचान कर ली गयी है. पुलिस की ओर से उन्हें शीघ्र गिरफ्तार कर लिये जाने का दावा किया गया है. अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस की एक टीम गठित कर दी गयी है. उधर, स्थानीय लोगों एवं पार्टी कार्यकर्ताओं ने हत्या के विरोध में शव को दलदली रोड मंदिर के पास रखकर घंटों सड़क जाम रखा. घटना के बाद इलाके में बाजार की सभी दुकानें बंद कर दी गयी. घटना स्थल पर भाजपा नेता सीपी ठाकुर, शाहनवाज हुसैन, सुशील कुमार मोदी, केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव, भाजपा विधायक नितिन नवीन समेत अन्य पार्टी के नेताओं ने पहुंच कर जल्द से जल्द अपराधियों को गिरफ्तार करने की मांग की.
जानकारी के मुताबिक राजधानी के सालिमपुर अहरा इलाके में आज सुबह भाजपा नेता अविनाश कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गयी. अपराधियों ने अविनाश पर उस वक्त हमला किया जब वह अपनी बेटी को स्कूल छोड़कर वापस लौट रहे थे. हत्यारों को देखकर अविनाश भागने लगे लेकिन तीन हत्यारों ने उन्हें सड़क पर दौड़ाकर ताबड़तोड़ कई गोलियां मारी और भाग निकलने में कामयाब हो गये. हत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है. हालांकि मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरे में अपराधियों का चेहरा कैद हो गया. पुलिस ने वीडियो फुटेज के आधार पर अपराधियों की पहचान कर लेने का दावा किया है. एसएसपी विकास वैभव ने बताया कि पुलिस उनकी गिरफ्तारी को लकर छापेमारी में जुट गयी है. सिटी एसपी सेंट्रल के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गयी है. जांच जारी है और जल्द ही अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा.
इससे पहले, अपराधियों को पकड़ने की मांग करते हुए गुस्साई भीड़ सड़कों पर आगजनी की. स्थानीय बाजार को बंद कर दिया गया. मौके पर पहुंचे पुलिस के आलाधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से बातचीत किया फिर शव को पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच ले जाया गया. इस दौरान मौके पर पहुंचे भाजपा के वरिष्ठ नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार की राजधानी पटना में भी कोई सुरक्षित नही है. राज्य सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए उन्होंने अपराधियों को शीघ्र पकड़ने की मांग की. साथ ही उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार के सुशासन के दावे की पोल खुल गयी है. समझा जा रहा है कि हत्या के पीछे निजी दुश्मनी कारण है. उधर, बिहार में चुनावी माहौल को देखते हुए इस मामले पर सियासी रंग चढ़ने के भी आसार हैं.