पटना : सिने अभिनेता और भाजपा के पटना सहिब से सांसद शत्रुघ्न सिन्हा की हाल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात पर शत्रुघ्न की पत्नी के बिहार में सत्ताधारी पार्टी जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ने को लेकर लगाए जा रहे अटकलों को नीतीश ने आज खारिज करते हुए कहा कि उनकी उक्त मुलाकात व्यक्तिगत थी और उसका कोई भी राजनीतिक मतलब नहीं निकाला चाहिए.
बिहार विधान परिषद के मुख्य द्वार पर आज पत्रकारों द्वारा शत्रुघ्न के जदयू के टिकट पर आगामी विधानसभा चुनाव लडे जाने की चर्चा के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि सांसद शत्रुघ्न सिन्हा बिहार के गौरव हैं. वह बहुत ही उच्च कोटि के कलाकार हैं. वह बेबाक अपनी राय रखते हैं. हम लोगों के साथ व्यक्तिगत संबंध है, जहां तक राजनीतिक बातों का प्रश्न है, इस बारे में चर्चा नहीं हुयी है.
उन्होंने कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा की बिहारी बाबू के रुप में हम सब कद्र करते हैं. वे कहीं भी रहें, किसी पार्टी में रहें, उनका निर्णय है. पूरे बिहार में उनकी इज्जत है और उनकी अपनी हैसियत है. नीतीश के उक्त कथन पर शत्रुघ्न ने फोन पर बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा उनकी तारीफ किए जाने से वह अभिभूत हैं.
उन्होंने अपनी पत्नी पूनम सिन्हा के जदयू के टिकट पर आगामी बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने से इंकार करते हुए कहा कि अगर यही बात करनी थी तो वह नीतीश कुमार के घर पर जाने के बजाय उस बारे में उनसे फोन पर ही बात करते. उनकी मित्रता और आपस में लगाव इन चीजों से उपर है.
शत्रुघ्न सिन्हा ने बताया कि उनकी पत्नी पिछले संसदीय चुनाव के दौरान भी सक्रिय रही थी और वे सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं. वह अगर कभी चुनाव लड़ना चाहेंगी, हम उसकी घोषणा करेंगे. उन्होंने राजनीति लचीलेपन की कला को दोहराते हुए कहा कि भाजपा उनकी पहली और संभवत: अंतिम पार्टी होगी. शत्रुघ्न ने कहा कि वे किसी भी व्यक्ति के साथ राजनीतिक अछूत का व्यवहार किया जाए उसमें विश्वास नहीं रखते. उन्होंने कहा कि उन्हें गर्व है कि दूसरे दल में होने के बावजूद उनके पास नीतीश कुमार और लालू प्रसाद जैसे मित्र हैं.
उल्लेखनीय है कि भाजपा के स्टार प्रचारकों में शामिल रहे शत्रुघ्न पार्टी में महत्व नहीं दिए जाने को लेकर अपनी नाराजगी प्रकट कर चुके हैं और वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार के दौरे के कुछ ही घंटों बाद रात्रि में नीतीश से उनके घर जाकर मुलाकात की थी और अगले दिन पटना में ही आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान राजद प्रमुख लालू प्रसाद और कांग्रेसी नेताओं सुबोधकांत सहाय और संजय निरुपम के साथ मंच साझा किया था.
गत 25 जुलाई की रात्रि में नीतीश कुमार के पटना स्थित आवास जाकर मुलाकात करने से उत्पन्न विवादों कुछ ही दिन बाद गत 29 जुलाई को शत्रुघ्न पटना हवाई अड्डे पर नीतीश से गर्मजोशी के साथ मिले और एक-दूसरे के कुशलक्षेम के बारे में पूछा था.
अपनी पार्टी के भीतर महत्व नहीं दिए जाने से पूर्व से नाराज चल रहे गत 25 जुलाई को नरेंद्र मोदी की बिहार यात्रा के दौरान पटना के वेटनरी मैदान में आयोजित समारोह में शत्रुघ्न मंच पर मौजूद थे, पर मुजफ्फरपुर की मोदी की परिवर्तन रैली में उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया था. इससे पूर्व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के पटना के गांधी मैदान में आयोजित एक कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किए जाने शत्रुघ्न उसमें शामिल नहीं हुए थे.

