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प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार पटना आये नरेंद्र मोदी, लोग एक झलक पाने के लिए बेताब रहे

प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार पटना आये नरेंद्र मोदी की एक झलक पाने के लिए शहर के लोग बेताब थे. पीएम के आने के चार घंटे पूर्व ही सड़कों को सील कर दिया गया था.सुबह सात बजे ही डीएम, एसएसपी व एसपी अपने दल-बल के साथ हवाई अड्डा परिसर पहुंच गये और चारों ओर […]

प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार पटना आये नरेंद्र मोदी की एक झलक पाने के लिए शहर के लोग बेताब थे. पीएम के आने के चार घंटे पूर्व ही सड़कों को सील कर दिया गया था.सुबह सात बजे ही डीएम, एसएसपी व एसपी अपने दल-बल के साथ हवाई अड्डा परिसर पहुंच गये और चारों ओर पुलिस वाले तैनात हो गये . एयरपोर्ट से आने के कई घंटे पहले ही सड़क पर बड़ी संख्या में लोग मोदी की एक झलक पाने के लिए जुट गये थे. पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही थी.
फ्लाइट आते ही सड़क पर मुस्तैद हो गये पुलिसवाले
पटना : प्रधानमंत्री के आने के चार घंटे पूर्व चितकोहरा, हवाई अड्डा व वेटनरी कॉलेज को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया. सुबह सात बजे ही डीएम, एसएसपी व एसपी अपने दल-बल के साथ हवाई अड्डा परिसर पहुंच गये और चारों ओर पुलिस वाले तैनात हो गये. इसके साथ ही हवाई अड्डा परिसर की झाड़ियों में घुस कर निरीक्षण किया. स्टेट हैंगर में उन्हीं लोगों को जाने दिया गया, सूची में जिनके नाम थे. हालात ऐसे थे कि कई भाजपा नेताओं को घंटों अंदर जाने के लिए इंतजार करना पड़ा. वहीं मीडिया को भी दूर रखा गया. भाजपा नेत्री किरण घई को भी पुलिस ने जाने से रोका. बाद में उन्हें अधिकारियों ने लाया.
एसपी (यातायात) ने खुद बाहर का मोरचा संभाल रखा था. एक-एक चीज पर उनकी नजर थी और यातायात बाधित नहीं हो, इसके लिए खुद गाड़ी में लगे लाउडस्पीकर से लोगों से आग्रह कर रहे थे.
लोगों से कह रहे थे धैर्य रखें पीएम का कारकेड वेटनरी कॉलेज में चला जायेगा, तो रास्ता खोल दिया जायेगा. पीएम का कारकेड पार हुआ और उसके पांच मिनट बाद यातायात सामान्य दी गयी. इसी तरह जब पीएम का वेटनरी कॉलेज का कार्यक्रम खत्म हुआ, उसके आधा घंटा पहले सड़कों को सील कर दिया गया और कारकेड जाने के बाद ही सड़कों पर परिचालन शुरू किया गया. पीएम वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में जब तक रहे, उस दौरान पीएम के जाने के बाद किसी को आने-जाने नहीं दिया गया.इस कारण से कई नेता व अधिकारियों को भी परेशानी हुई.
जब पास वाले भी हो गये ‘बाइपास’
पीएम का कारकेड जब हवाई अड्डा से वेटनरी कॉलेज के लिए निकला. जो लोग कारकेड पहुंचने के पहले ग्राउंड में पहुंच गये, उनको कार्यक्रम में जाने दिया गया. इसके बाद वेटनरी ग्राउंड परिसर में किसी व्यक्ति को जाने नहीं दिया गया. इस दौरान कई पास लिये व्यक्ति भी पहुंचे, लेकिन उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. हवाई अडडा चौक पर लगी बैरिकेडिंग से किसी को नहीं जाने दिया गया. इसको लेकर लोगों ने थोड़ा-बहुत हंगामा भी किया, लेकिन चौक पर खड़े अधिकारियों ने शांत कराया और वहीं खड़ा रहने की सलाह दी. निर्धारित समय पर पास लेकर पहुंचनेवालों को कार्यक्रम में शामिल होने दिया.
गेट पर कराया गया मोबाइल बंद
वेटनरी ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में जानेवाले लोगों का मोबाइल गेट पर ही बंद कराया गया. वहीं लाउडस्पीकर से यह लोगों को जानकारी भी दी गयी कि मोबाइल का स्वीच ऑफ रखें. किसी भी हाल में मोबाइल से फोटोग्राफी नहीं करें. ऐसा करनेवालों पर कार्रवाई हो गयी. यह सूचना ग्राउंड के बाहर लाउडस्पीकर के माध्यम से दी जा रही थी और तैनात पुलिसवाले इसको लेकर सतर्क भी थे. कार्यक्रम में जानेवाले लोगों का भी मोबाइल बंद कराया गया.
मनाही के बाद भी लेते रहे फोटो
प्रधानमंत्री के वेटनरी ग्राउंड आने के आधे घंटे पहले छात्रों की भीड़ सड़क पर आ गयी. बैरिकेडिंग के बाहर छात्रों की भीड़ बढ़ती जा रही थी, जिसे रोकने के लिए 50 से अधिक पुलिस बल को तैनात किया गया. सभी छात्रों के हाथ में कैमरे व मोबाइल थे, जिससे वह प्रधानमंत्री की तसवीर लेना चाहते थे, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया. कारकेड जाने के पहले ही छात्रों को बैरिकेडिंग से भी 10 फुट दूर कर दिया गया. फिर भी छात्रों का मोबाइल नहीं रुका और वह तसवीर लेते रहे.
पुलिस वालों की नहीं चली
प्रधानमंत्री का कारकेड वेटनरी कॉलेज में आनेवाला था और इसी दौरान पुलिस जिप्सी को बाहर ले जाना था. लेकिन, कट पर पुलिस बल की तैनाती जबरदस्त थी. कारकेड आने की सूचना के बाद से किसी को भी आने-जाने की छूट नहीं थी, चाहे कोई भी वीआइपी क्यों न हो. ऐसे में उस पुलिस जिप्सी को जब उस कट से घुसने के लिए बांस को उठाया, तो दूसरे पुलिस वाले ने उसे रोक दिया और कहा कि गाड़ी को हवाई अड्डा चौक से बाहर लेकर जाएं.
आगे रास्ता क्यों बंद है भाई
11:30 बजे जब प्रधानमंत्री का कारकेड वेटनरी ग्राउंड से एसकेएम जाने लगा, तो उसके पहले हवाई अड्डा को सील कर दिया. इतने में केंद्रीय विद्यालय की तरफ से लंबी लाइन लग गयी और लोग परेशान होने लगे. एक बाइकवाले ने एक रिक्शावाले से पूछा, भाई रास्ता क्यों बंद है. रिक्शावाले ने कहा कि नहीं मालूम है कि प्रधानमंत्री आये हैं. इतने में बाइकवाला व्यक्ति के गाड़ी के पीछे एक बड़ी गाड़ी आकर लग गयी, तो वह भी जाम में फंस गया.
ऐ हू आर यू, नो नो बाहर निकलो : ऐ, हू आर यू, नो नो बाहर निकलो.. आप कौन हो, बाहर निकलो. यह वाकया उस वक्त का है, जब वेटनरी कॉलेज की ओर तुरंत पीएम का कारकेड गया था और एक बुजुर्ग व्यक्ति छोटा-सा थैला लेकर अंदर जा रहा था. अचानक से उसके ऊपर एक पुलिसवाले की नजर पड़ी. इसके बावजूद बुजुर्ग व्यक्ति बढ़ ही रहा था, तो ट्रैफिक एसपी खुद जाकर उसे पकड़ा और कहा- ऐ हू आर यू, बुजुर्ग ने कहा, सर मेरे पास पास है.. नो, नो समय खत्म हुआ, जल्दी बाहर निकलो.
अब कुछ नहीं हो सकता है. इस दौरान एक बाइक सवार बैरिकेडिंग के अंदर जाने लगा, तो उसे भी रोका गया. उसके कुछ देर बाद एक महिला हाथ में पास लिये अंदर जाने लगी, पुलिस को उसे रोकने में थोड़ी परेशानी हुई. इसका मुख्य कारण वहां पर एक भी महिला पुलिस का नहीं होना था. इसके बावजूद पुलिस ने अपना धैर्य नहीं खोया और महिला को किसी तरह से बाहर भेजा.
लोग मोदी-मोदी का लगा रहे थे नारा
वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में जैसे ही कार्यक्रम खत्म हुआ, बेली रोड पर तैनात पुलिस अधिकारी सतर्क हो गये. 11:15 बजे बेली रोड को सील कर दिया गया. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देखने के लिए बेली रोड पर सचिवालय के समीप, हड़ताली मोड़, हाइकोर्ट मोड़ पर सैकड़ों की संख्या में लोगों की भीड़ जुटी थी. हालांकि पुलिस प्रशासन की ओर से सड़क से 50 मीटर दूर बैरिकेडिंग की गयी था, ताकि सड़क पर अचानक कोई वाहन या आदमी नहीं पहुंचे और प्रधानमंत्री का कारकेड प्रभावित न हो. प्रधानमंत्री हड़ताली मोड़ से 11:53 बजे और हाइकोर्ट मोड़ से 11:55 बजे क्रॉस किये. पीएम को देखनेवाले लोग मोदी-मोदी का नारा लगा रहे थे. प्रधानमंत्री का कारकेड जैसे ही गुजरा और पांच मिनट के पास बैरिकेडिंग खोल दी गयी और बेली रोड पर परिचालन शुरू हो गया. प्रधानमंत्री के एसकेएम से एयरपोर्ट लौटते समय भी बेली रोड को सील कर दिया गया था.
..और झलक पाते ही चिल्लाने लगीं छात्राएं
पीएम मोदी का इंतजार खत्म ही नहीं हो रहा था. गेट बंद था, बाहर भी जाना मुश्किल था. क्लासेज भी सस्पेंड हो गये थे. घर जा नहीं सकती है और पीएम मोदी आ नहीं रहे है, अब इंतजार के अलावा कोई चारा भी नहीं था. पीएम मोदी और उनकी गाड़ी बीएमडब्ल्यू को देखने के लिए पटना वीमेंस कॉलेज की छात्राएं पल-पल का इंतजार कर रही थीं. पुलिस की गाड़ी सड़क से गुजरती नहीं कि सारी की खुशी से एक दूसरे से बोलती देखो आ गये पीएम मोदी और बीएमडब्ल्यू. कोई कहती अरे पीएम मोदी को कौन देखेगा, हम तो पीएम की गाड़ी बीएमडब्ल्यू को देखने को खड़े हैं.
तो वहीं कई छात्राएं गेट के बाहर खड़े गार्ड से कहती आप लोग अंदर आइये हमें बाहर मोदी को देखने जाने दीजिए. आधे घंटे का इंतजार इतना लंबा हो गया कि कई छात्राएं गेट के नीचे ही बैठ गयी. आपस में हंसी मजाक का सिलसिला छात्रओं के बीच चलता रहा. जहां जूनियर गल्र्स आपस में एक दूसरे का मजाक करती रही वहीं सीनियर की ओर से हूटिंग ना करने की हिदायत भी मिलती रही.
हंसी का माहौल चल ही रहा था कि तभी गाड़ियों का आना शुरू हुआ. पीएम मोदी और उनकी गाड़ी बीएमडब्ल्यू को छात्रओं ने देखा नहीं कि जोर जोर से मोदी मोदी चिल्लाने लगी. इन छात्रओं की आवाज पीएम मोदी तक तो नहीं पहुंच पायी, लेकिन उत्साह से भरी ये छात्राएं पीएम को देखकर काफी खुश नजर आ रही थीं.
धूप में भी घंटों होता रहा प्रधानमंत्री का इंतजार
सुबह 11.15 प्रधानमंत्री के आने के इंतजार में सैकड़ों लोग डाकबंगला चौराहे पर जमे थे. सड़क को पुलिस ने सील कर दिया था. किसी भी वाहन को आने-जाने की इजाजत नहीं थी. बांस की बैरिकेडिंग से सड़क को घेर कर बंद कर दिया गया था. पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने में लगी थी, तो वहीं आम पब्लिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक झलक पाने को बेताब थे. पीएम को जिस रास्ते से आना था, उस पूरे रास्ते में जहां तक नजर जा रही थी लोग सड़कों पर इकठ्ठा होकर पीएम की एक झलक देखने के लिए कड़ी धूप में भी सड़क पर बैरिकेडिंग के सटे खड़े थे.
ठीक 12.01 में जैसे ही पीएम का कारकेड डाकबंगला चौराहे की तरफ बढ़ा, वहां मौजूद लोगों ने हाथ हिला कर अपने प्रधानमंत्री का स्वागत किया. वहीं कार से मोदी भी अपने समर्थकों को देख रहे थे.
पलक झपकते ही उनका कारकेड गांधी मैदान की ओर निकल गया. इसके कुछ मिनटों बाद ही वहां ट्रैफिक को खोल दिया गया. करीब दस मिनट तक वहां वाहनों को निकलने में मशक्कत करनी पड़ी इसके बाद वहां ट्रैफिक सामान्य हो गयी.इसके बाद दोपहर 1.00 बजे डाकबंगला चौराहे को फिर से चारों तरफ से सील कर दिया गया.
वाहनों का आना जाना बंद हो गया और फिर से वह रास्ता जहां से सीएम को गुजरना था, वह पूरी तरह से खाली करा दिया गया. एक बार फिर वही नजारा था. मुख्य सड़क पर सन्नाटा और आसपास लोगों की भीड़. पीएम के आने का लोग वैसे ही इंतजार कर रहे थे, जैसे सुबह में कर रहे थे. भीड़ फिर से डाकबंगला पर जुट गई. 1.23 में पीएम का काफिला डाकबंगला चौराहे से गुजरा और एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गया.पीएम के जाने के बाद थोड़ी मशक्कत के बाद ट्रैफिक पुन: सामान्य हो गयी.
मोदी जैसे ही एसकेएम की ओर मुड़े, नजर आये नीतीश
दिन के 11:55 का वक्त. पीएम का कारकेड जैसे ही गांधी मैदान के पीर अली पार्क से एसकेएम की ओर मुड़ा, वहां पर नीतीश कुमार का बड़ा सा पोस्टर दिखाई दिखा. पोस्टर बिहारियों को झांसे में नहीं आने का संदेश दे रहा था. पीएम का कारकेड उन तसवीरों से रू-ब-रू होते हुए बड़ी तेजी से एसकेएम की ओर बढ़ चलता है.
हालांकि इससे ठीक सात मिनट पहले सीएम नीतीश कुमार की गाड़ी एसकेएम पहुंच चुकी थी. एसकेएम के पास सुरक्षा कर्मियों की भारी व्यवस्था के बीच लोग प्रधानमंत्री का इंतजार कर रही थी. लोग पीएम को देखने के लिए आतुर थे, क्योंकि पटना में बतौर पीएम मोदी पहली बार आये थे.
यहां के दोनों कार्यक्रम आम लोगों के लिए नहीं थे, इस कारण भी लोग चाह रहे थे कि पीएम का दीदार हो जाये. लेकिन उनकी यह ख्वाहिश काले बीएमडब्लू की काले शीशों के बीच अधूरी रह गयी. पर कुछ लोगों की यह कल्पनाशीलता थी कि एक घंटे से बांकीपुर बस स्टैंड के गेट पर इंतजार कर रहे दीदारगंज के मनोज कुमार और प्रिया अग्रवाल को नजर आ ही गयी.
जैसे ही गाड़ी गेट के अंदर गुजरी प्रिया ने कहा देखा भईया, पीएम ने हमें हाथ हिलाते हुए अभिवादन किया. जब प्रधानमंत्री 1 बज कर 20 मिनट बाद बाहर निकले तो कुछ इसी प्रकार का आत्म संतोष राम चौहान और सोनी कुमारी को भी हुआ.

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