पटना : बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी राज्यपाल से मिलने पहुंच गये हैं. उनकी मुलाकात जारी है. इससे पहले जदयू अध्यक्ष शरद यादव, नीतीश कुमार और राजद सुप्रीम लालू यादव ने राज्यपाल से मुलाकात की.मुलाकात के संबंध में शरद यादव ने बताया कि हमने राज्यपाल से मुलाकात की और उनके सामने यह बात रखी कि हमारे गंठबंधन के पास बहुमत है, इसलिए हमें सरकार बनाने का अवसर दिया जाये. वहीं बैठक के बारे में जानकारी देते हुए राजद सुप्रीमो लालू यादव ने कहा कि हमने राज्यपाल से भेंट की और उनसे आग्रह किया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में नयी सरकार के गठन का मौका दिया जाये. उन्होंने राज्यपाल से गुजारिश की कि शीघ्र अति शीघ्र नीतीश कुमार को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया जाये और उन्हें बहुमत साबित करने का मौका दिया जाये. अगर इसमें देरी हुई तो प्रदेश में विधायकों की खरीद-फरोख्त शुरू हो जायेगी. लालू यादव ने राज्यपाल को विश्वास दिलाया कि उनकी पार्टी का समर्थन नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनने वाली सरकार को मिलेगा.
वहीं नीतीश कुमार ने कहा कि हम महामहिम राज्यपाल से मिले और उनके समक्ष प्रदेश की राजनीतिक स्थिति को रखा और सरकार बनाने का दावा पेश किया. नीतीश कुमार ने यह भी बताया कि हमने राज्यपाल को बताया कि हमारे पास तमाम विधायकों का समर्थन है, अगर आप चाहें, तो हम तमाम विधायकों को आपके सामने उपस्थित कर सकते हैं. लेकिन राज्यपाल ने कहा कि इसकी जरूरत नहीं है. जदयू की ओर से यह भी कहा गया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार विधानसभा में भी अपना बहुमत साबित कर देगी.
इससे पहले, आज सवेरे बिहार के कार्यवाहक राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी पटना पहुंच गये. वे 12.30 बजे मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से मिले.इस मुलाकात में नीतीश के साथ जदयू अध्यक्ष शरद यादव, राजद प्रमुख लालू प्रसाद व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह व कई अन्य वरिष्ठ नेता है.
राजभवन ने राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी से मुलाकात के लिए जदयू को सोमवार की दोपहर 1:30 का समय दियाथा.उधर, नीति आयोग की पहली बैठक में भाग लेने दिल्ली गये मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बैठक के तुरंत बाद शाम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की. उनके कुछ समर्थक भी भाजपा के समर्थन की उम्मीद में दिल्ली में कैंप कर रहे हैं.
राज्यपाल को समर्थन पत्र सौंपने के बाद राजभवन के बाहर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने पत्रकारों से कहा था, हमने 130 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा है.
इनमें राजद, कांग्रेस, भाकपा के विधायक के अलावा एक निर्दलीय दुलाल चंद गोस्वामी के नाम हैं. प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह, राजद विधायक दल के नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी व विधान पार्षद भोला यादव, भाकपा के जीतेंद्र नारायण, जदयू के सांसद आरसीपी सिंह, विधायक विजय कुमार चौधरी, अजय मंडल, मदन सहनी व रत्नेश सदा, विधान पार्षद और और निर्दलीय विधायक दुलाल चंद गोस्वामी शामिल थे.
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हमने राज्यपाल को एक पत्र भी सौंपा है, जिसमें उन्हें सूचित किया गया कि विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार के नये नेता चुने जाने के बाद शरद यादव ने जीतन राम मांझी को पत्र लिख कर बता दिया है कि वह अब विधायक दल के नेता नहीं रहे.
बहुमत के लिए चाहिए 117 विधायक
243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में वर्तमान में 233 विधायक हैं. ऐसे में बहुमत के लिए 117 विधायक चाहिए. नीतीश कुमार खेमे ने खुद के समर्थन में 130 विधायकों की सूची तैयार की है. इसमें जदयू के 97 विधायक के अलावा, राजद, कांग्रेस व वाम दलों के विधायक शामिल हैं. वहीं, जीतन राम मांझी खेमे ने जदयू के विधायकों के साथ भाजपा के समर्थन की उम्मीद में सदन में बहुमत साबित करने का दावा किया है. उधर, मांझी खेमे के नरेंद्र सिंह ने दावा किया है कि उनके खेमे को भाजपा ने अपना समर्थन दिया है.