पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि बिहार में कम्युनिस्ट पार्टी और उसके साथी वाम दल विचारधारा, संगठन और विधायिका में भागीदारी के पैमाने पर लगभग समाप्त हो चुके हैं, इसलिए इनके भारत बंद का कोई असर नहीं हुआ. पड़ोसी पश्चिम बंगाल में 34 साल राज करने के बाद भी जो वाम दल उस राज्य में गरीबी-बेरोजगारी दूर नहीं कर पाये, वे मजदूरों को झांसा दे रहे हैं.
सुशील मोदी ने आगे कहा कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले में राज्य सरकार ने जब विरोधी दलों की मांग पर सीबीआई को जांच सौंपी थी, तब इसकी रिपोर्ट पर सवाल क्यों उठाया जा रहा है? सीबीआई ने वहां जो गड़बड़ी पायी, उसके लिए दो दर्जन से ज्यादा अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश की है, लेकिन विपक्ष जिन 35 लड़कियों की हत्या के मनगढंत आरोप लगाकर सरकार को बदनाम करने पर तुला था, उसे बेबुनियाद भी बताया है. राजद केवल तभी न्याय प्रक्रिया पर भरोसा करता है, जब कोई फैसला उसके अनुकूल होता है या लालू प्रसाद को जमानत मिलती है.
उन्होंने कहा कि सीबीआई ने बालिका गृह मामले में गहन जांच के बाद सच को सामने रखा और झूठ को नकारते हुए सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट सौंप दी. विडंबना यह कि अब जिन्हें झूठा साबित होने पर शर्मसार होना चाहिए वे सीबीआई पर शक कर रहे हैं! राज्य सरकार इस मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई कर पीड़ितों को न्याय दिलायेगी.