पटना : विधानसभा का 22 नवंबर से आरंभ होनेवाला शीतकालीन सत्र हंगामेदार होगा. विपक्षी दल सरकार को सदन में घेरने की तैयारी में जुट गये हैं. इस बार विपक्ष सरकार को जलजमाव के मुद्दे पर सदन में घेरने की तैयारी में है.
नगर विकास एवं आवास विभाग व पटना नगर निगम इस बार विपक्ष के निशाने पर होगा. राजधानी पानी के गिरफ्त में इस तरह थी कि खुद उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को रेस्क्यू कर निकाला गया. इसको लेकर विपक्ष सरकार को कठघरे में खड़ा करेगी. राजद के वरिष्ठ नेता भोला प्रसाद यादव ने बताया कि विपक्ष सरकार से राज्य में विधि-व्यवस्था का हिसाब मांगेगा. हर दिन हत्या, डकैती, राहजनी और लूट की घटनाएं हो रही हैं.
जलजमाव व विधि- व्यवस्था होगा प्रमुख मुद्दा
कांग्रेस विधानमंडल दल के उपनेता अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि राज्य में विधि-व्यवस्था और जलजमाव प्रमुख मुद्दा है, जिसको लेकर सरकार को सदन में घेरा जायेगा. उन्होंने बताया कि सरकार के पास पैसा नहीं है. इससे सभी विकास की योजनाओं पर प्रभाव पड़ रहा है. सरकार एक भी नयी योजना नहीं ले रही है. सरकार की आर्थिक सेहत ठीक नहीं है. इन सभी मुद्दों पर सरकार से सदन में जवाब मांगा जायेगा.