पटना : महापर्व छठ पूजा खत्म हुए चार दिन हो गये. लेकिन, दिल्ली लौटने वाले यात्रियों की भीड़ कम नहीं हो रही है. इससे पटना से दिल्ली जाने वाली नियमित ट्रेनों के स्लीपर व जनरल डिब्बे में खड़े होने तक की जगह नहीं है. वहीं, स्पेशल ट्रेनें खाली रवाना हो रही हैं. इसका वजह है कि दिल्ली जाने वाली स्पेशल ट्रेन का किराया नियमित ट्रेन के किराये से दोगुना है. अधिक किराया होने के बावजूद ट्रेन निर्धारित समय से दिल्ली नहीं पहुंच रही है. इससे स्पेशल ट्रेन में कन्फर्म बर्थ उपलब्ध होने के बावजूद यात्री जनरल टिकट लेकर नियमित ट्रेनों में सफर कर रहे हैं.
स्लीपर डिब्बे में जनरल टिकट लिये यात्रियों की भीड़
पटना जंक्शन से दिल्ली जाने वाली नियमित ट्रेनों में श्रमजीवी एक्सप्रेस, ब्रह्मपुत्र मेल, विक्रमशिला एक्सप्रेस, मगध एक्सप्रेस, संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस, राजधानी एक्सप्रेस हैं. राजधानी एक्सप्रेस में वेटिंग टिकट लिये यात्रियों को सवार होने पर रोक है. इससे राजधानी एक्सप्रेस में यात्रियों की भीड़ नहीं है. लेकिन, नियमित ट्रेनों के स्लीपर डिब्बे में वेटिंग टिकट के साथ जनरल टिकट लिये यात्रियों की भीड़ बढ़ जा रही है. इससे स्लीपर डिब्बे के एक सीट पर पांच-छह यात्री बैठने के बावजूद कई यात्री गेट पर व पाथवे में खड़े रहते हैं.
चेन पुलिंग में पकड़े गये यात्री
सियालदह से पटना होते हुए अमृतसर जाने वाली अकाल तख्त एक्सप्रेस बुधवार की शाम चार बजे प्लेटफॉर्म-चार पर पहुंची. ट्रेन प्लेटफॉर्म से रवाना होने लगी, तो एसी डिब्बे में सवार मनीष ने चेन पुलिंग कर ट्रेन रोक दी. मनीष ने एक बार नहीं दो बार ट्रेन रोकी. इसके बाद आरपीएफ व जीआरपी जवान ने मनीष को तत्काल हिरासत में लिया और जुर्माना वसूल कर छोड़ा. इससे ट्रेन 10 मिनट की देरी से रवाना हुई. जंक्शन पर 18 यात्रियों को चेन पुलिंग के आरोप में हिरासत में लिया गया, जिनसे जुर्माना वसूल कर छोड़ा गया.
स्पेशल ट्रेन में नहीं दिखी भीड़
यात्रियों की संभावित भीड़ को देखते हुए रेलवे ने पटना-दिल्ली के बीच एसी सुविधा एक्सप्रेस चलायी. बुधवार को रात 11:05 बजे रवाना होने वाली स्पेशल ट्रेन में यात्रियों की भीड़ नहीं दिखी. इस ट्रेन में चार्ट तैयार होने तक 462 सीटें खाली थीं. वजह है कि थर्ड एसी का किराया 3200 से अधिक हो गया है.
प्लेटफॉर्म पर ट्रेन पहुंचते ही चढ़ने की मारामारी
बुधवार की शाम 4:50 बजे प्लेटफॉर्म-4 पर विक्रमशिला एक्सप्रेस पहुंची, तो स्लीपर, एसी व जनरल डिब्बे में चढ़ने को लेकर यात्रियों के बीच मारामारी की स्थिति बन गयी. कई यात्री गेट से नहीं चढ़ पाये, तो खिड़की से होकर चढ़ने की कोशिश करते दिखे. स्थिति यह थी कि यात्री गेट से लेकर शौचालय तक में खड़े थे. यह स्थिति सिर्फ जनरल डिब्बे की नहीं दिखी. बल्कि, स्लीपर डिब्बे में भी गेट से लेकर पाथवे तक यात्री खड़े दिखे.