पटना : इन दिनों बारिश का मंजर देखने के बावजूद भी सभी एरिया में नवरात्र व दुर्गापूजा की तैयारी होनी शुरू हो गयी है. कई पंडालों की रौनक फिर से लौट आयी है. खास कर जिन जगहों पर पंडाल बन रहे हैं. वहां जोर-शोर से काम हो रहा है. इन तैयारियों के बीच हम रूकनपुरा पंडाल की बात करें तो यहां शिव विलास रिसॉर्ट्स बनाने की तैयारी हो रही है.
80 फुट होगी पंडाल की ऊंचाई
श्रीश्री देवी स्थान दुर्गा पूजा समिति द्वारा यहां पिछले सात सालों से पूजा पंडाल के साथ मूर्ति स्थापित होते आ रही है. यहां हर साल कुछ खास और अलग तरीके से पंडाल बनाने की कोशिश की जाती है. इस साल यहां पंडाल के रूप में जयपुर के शिव विलास रिसॉर्ट्स बनाया जा रहा है, जिसे भव्य तरीके से बनाया जा रहा है. इस पंडाल की ऊंचाई करीब 80 फुट की होगी, वहीं चौड़ाई करीब 110 फुट है, जो तैयार होने के बाद लोगों को आकर्षित करेगा. पंडाल की चौड़ाई काफी ज्यादा है. रिसॉर्ट्स के नक्शे के मुताबिक पंडाल की ऊंचाई से अधिक इसकी चौड़ाई है.
दुर्गा पूजा की तैयारी में दो महीने से चल रहा है काम
दुर्गा पूजा की तैयारी में आकर्षक पंडाल बनाने में यहां करीब दो महीने से तैयारी चल रही है. इस बार पंडाल बनाने के लिए यहां बिहार की ही टीम मौजूद है. वहीं मूर्ति बनाने के लिए भी कारीगर मौजूद हैं, जो मूर्ति की खूबसूरती में निखार लाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं. इस बार मूर्ति की साइज 12 फुट है. इसकी तैयारी भी हो रही है. सप्तमी से मूर्ति का पट खोल दिया जाता है. इस दौरान भीड़ को देखते हुए महिला एवं पुरुषों की अलग-अलग लाइन लगायी जाती है, ताकि किसी भक्तजनों को परेशानी का सामना न करना पड़े. इसके अलावा यहां सप्तमी से लेकर विजया दशमी तक की प्रसाद वितरण का भी आयोजन किया गया है. सेफ्टी का ख्याल रखते हुए जगह-जगह पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाये जायेंगे. इस समिति के अध्यक्ष अजीत कुमार सिंह, सचिव कौशल कुमार और कोषाध्यक्ष राजीव कुमार हैं.
एलइडी बल्ब से जगमगायेगी रोशनी
मूर्ति पूजा व पंडाल बनाने के साथ-साथ यहां और भी खास तरह की तैयारी चल रही है. खास कर लाइट पर विशेष ध्यान दिया जाता है. पंडाल के आस-पास चारों तरफ एलइडी लाइट लगायी जायेगी, जिसे डेकोरेट करते हुए लगाया जायेगा. इस बारे में समिति के सदस्यों ने बताया कि दुर्गा पूजा की तैयारी के लिए सभी मेंबर्स मीटिंग में शामिल होते हैं, जिसमें मूर्ति के व पंडाल व विसर्जन के अलावा अन्य कार्यक्रमों की तैयारी के बारे में चर्चा होता है. समिति के सभी मेंबर्स की राय और सहमति के साथ ही कोई फैसला लिया जाता है.
तैयारियों के बीच भारी बारिश होने के कारण हमारा कार्यों में देरी हो रही थी. एक चिंता का विषय बना हुआ था. क्योंकि हमारी खरीदारी और अन्य अंतिम तैयारी रुक सी गयी थी, लेकिन बारिश खत्म होने के साथ ही हमारी तैयारियों में तेजी आयी है.
-अजीत सिंह, अध्यक्ष, रूकुनपूरा
समिति के सभी लोगों के साथ मिल कर अब सप्तमी की तैयारी हो रही है, ताकि भक्तों को आसानी से माता का दर्शन हो सके. यहां हम लोग कुछ बेहतर करने की कोशिश करते हैं. पिछले साल इतनी तैयारी नहीं हो पायी थी. इसलिए इस साल की तैयारी खास रहेगी.
-रोशन रंजन, कार्यकारिणी सदस्य, रूकुनपूरा