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पटना : दशहरे में डेढ़ गुना व दीवाली में चार गुना विमान किराया
दिल्ली रूट में चार गुना, मुंबई व कोलकाता तीन गुना, बेंगलुरु और हैदराबाद रूट में दो से ढाई गुना तक हुआ हवाई किराया पटना : दशहरा, दीपावली और छठ में पटना आने वाले लोगों की भीड़ का सीधा असर हवाई किराया पर दिख रहा है. विभिन्न महानगरों से दिल्ली से पटना का हवाई किराया दशहरा […]
दिल्ली रूट में चार गुना, मुंबई व कोलकाता तीन गुना, बेंगलुरु और हैदराबाद रूट में दो से ढाई गुना तक हुआ हवाई किराया
पटना : दशहरा, दीपावली और छठ में पटना आने वाले लोगों की भीड़ का सीधा असर हवाई किराया पर दिख रहा है. विभिन्न महानगरों से दिल्ली से पटना का हवाई किराया दशहरा में बेस फेयर से डेढ़ गुना और दीपावली में चार गुना तक हो गया है, जबकि कोलकाता का दशहरा में दो गुना और दीपावली में तीन गुना हुआ है. बंबई से पटना का हवाई किराया दशहरा में बेस फेयर से डेढ़ गुना और दीपावली में तीन गुना हो गया है.
बेंगलुरु और हैदराबाद से दशहरा में पटना आने के विमान किराये में 20 से 30 फीसदी की मामूली वृद्धि हुई है, लेकिन दीपावली में यह बढ़ कर बेस फेयर से ढाई और तीन गुना तक अधिक हो गया है. छठ के लिए विभिन्न रूटों के विमान किराये में भी 25 से 125 फीसदी तक की वृद्धि हुई है.
छठ के बाद दो से तीन गुना तक हुआ वापसी का हवाई किराया : दशहरा और दीपावली के बाद दिल्ली, मुंबई समेत अन्य बड़े महानगरों की वापसी का हवाई किराया अधिक ऊंचा नहीं हैं क्योंकि वापस जाने वालों का शेडयूल अलग अलग होता है.
कुछ पर्व की समाप्ति के अगले दिन ही लौट जाते हैं जबकि कुछ बाद वाले पर्वों को भी मना कर लौटते हैं. लेकिन छठ के बाद वापसी का हवाई किराया आसमान छूने लगा है. सबसे अधिक वृद्धि दिल्ली रूट में हुई है, जहां यह बढ़ कर तीन गुना तक हो गया है. हैदराबाद रूट में ढ़ाई गुना और मुंबई और कोलकाता रूट में यह बेस फेयर का दोगुना हो गया है.
पटना आने का हवाई किराया (रुपये में)
शहर 4 अक्तूबर 5 अक्तूबर 26 अक्तूबर 1 नवंबर
दिल्ली 3686 4045 9518 5797
बंबई 4845 5667 11226 5987
हैदराबाद 4496 4706 12151 5733
बेंगलुरु 6350 7133 11319 6632
कोलकाता 3517 3325 4305 2149
पटना से वापस लौटने का हवाई किराया (रुपये में)
शहर 9 अक्तूबर 28 अक्तूबर 29 अक्तूबर 3 नवंबर 4 नवंबर
दिल्ली 3296 3093 3579 5829 7433
मुंबई 5474 4214 4122 8730 6714
हैदराबाद 6223 4416 4917 9207 6443
बेंगलुरु 6830 5018 6068 9466 9237
कोलकाता 1862 1862 1862 2548 2548
आम हो या खास, सब जलजमाव से परेशान
राजधानी में पिछले दो दिनों से झमाझम बारिश हो रही है. इससे निचले इलाकों में जलजमाव की समस्या बन गयी है. जलजमाव के चलते दर्जनों मुहल्ले के आम व खास परेशान हैं.
हालांकि, निगम की ओर से वैकल्पिक व्यवस्था के तहत पानी निकाला जा रहा है. लेकिन, रविवार को दिन भर में पानी नहीं निकाला जा सका. अब छह दिनों के बाद दशहरा शुरू होने वाला है. निचले इलाके से अगले छह दिनों में पानी नहीं निकला, तो लोगों को पूजा के दौरान भी जलजमाव की स्थिति झेलनी पड़ेगी. हालांकि, निगम प्रशासन का दावा है कि उपलब्ध संसाधनों का शत-प्रतिशत उपयोग किया जा रहा है और शीघ्र पानी निकाल लिया जायेगा.
वैकल्पिक व्यवस्था से निकाला जा रहा है पानी
बारिश के पानी निकालने को लेकर सभी संप हाउस को चालू रखने का निर्देश दिया गया है और निगरानी भी की जा रही है. वैकल्पिक व्यवस्था के माध्यम से भी पानी निकाला जा रहा है. शीघ्र बारिश के पानी को निकाल लिया जायेगा. वहीं, कार्यपालक अभियंताओं को निर्देश दिया गया है कि जलजमाव वाले इलाके के स्थायी समाधान को लेकर योजना बना कर मुहैया कराएं.
अमित कुमार पांडेय, नगर आयुक्त, पटना नगर निगम
वीआइपी कॉलोनी के घरों में घुसा है पानी
राजधानी के वीआइपी कॉलोनियों में पाटलिपुत्र और एसकेपुरी शामिल हैं. लेकिन, दोनों कॉलोनियां बारिश के पानी से लबालब है. स्थिति यह है कि एसकेपुरी के बसावन पार्क के आसपास कई लोगों के घरों में पानी घुस गया है. वहीं, बसावन पार्क के सामने वाली सड़क से आने-जाने वाले लोगों को जलजमाव की समस्या झेलनी पड़ रही है. इसके साथ ही पाटलिपुत्र स्थित सहयोग हॉस्पिटल के सामने वाली सड़क हो या फिर नॉटेड्रम स्कूल के आसपास के मुहल्ले की लिंक सड़कें जलमग्न है.
ध्वस्त नाले की वजह से बना है जलजमाव
निगम प्रशासन की ओर से ध्वस्त नाले को नहीं दुरुस्त कराया गया और न ही नाले की बेहतर सफाई करायी गयी. इससे वार्ड संख्या पांच के एसी कॉलोनी, फ्रेंड्स कॉलोनी, आइजीआइएमएस के पीछे व वार्ड संख्या-आठ के पटेल नगर, सीडीए कॉलोनी, नाला पर और आसपास के इलाके बारिश के पानी में डूब गये हैं.
स्थिति यह है कि इन मुहल्लों में रहने वाले लोगों को घरों से निकलना मुश्किल हो गया है. वार्ड पार्षद दीपा रानी खान व रीता रानी कहती है कि निगम प्रशासन को कहते-कहते थक गयी. लेकिन, नाले की सफाई नहीं करायी गयी.
बाइपास के दक्षिण नारकीय स्थिति
न्यू बाइपास के दक्षिणी इलाके पूर्वी रामकृष्णा नगर, घाना कॉलोनी, एनटीपीसी कॉलोनी, मधुवन कॉलोनी, वृंदावन कॉलोनी व अवध कॉलोनी सहित दर्जनों मुहल्ले हैं, जहां महीनों से जलजमाव की समस्या बनी है. इसका वजह है कि पानी निकालने की समुचित व्यवस्था नहीं की गयी है. वहीं, इन इलाकों से डीजल पंप के माध्यम से भी पानी नहीं निकला जा रहा है.
इससे इन मुहल्लों में और नारकीय स्थिति बन गयी है. बांकीपुर अंचल क्षेत्र के पूर्वी-पश्चिमी लोहानीपुर, नंद नगर कॉलोनी, संदलपुर, वाचस्पति नगर, महावीर कॉलोनी, पंचवटी कॉलोनी आदि इलाकों में नाला व बारिश का पानी एक हो गया है. वार्ड संख्या-48 में डी-वाटरिंग मशीन के माध्यम से भी पानी निकाला जा रहा है. लेकिन, सैदपुर नगर से पानी रिवर्स आ-जा रहा है.
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