मसौढ़ी : 12 सितंबर से शुरू होने वाले अंतरराष्ट्रीय पितृपक्ष मेले में अब मात्र चौबीस घंटे शेष बचे हैं. इधर मेला शुरू होने के पूर्व जिला व रेल प्रशासन अपने-अपने क्षेत्रों में साफ-सफाई से लेकर अन्य सुविधाएं बहाल करने में जुटा है. इसके तहत जहां जिला प्रशासन की ओर से पुनपुन स्थित नदी घाट पर एक बड़ा पंडाल का निर्माण कराया गया है, वहीं नदी घाट की सीढ़ियों की सफाई के बाद रंग रोगन का कार्य किया जा रहा है.
मेला परिसर से लेकर एनएच-83 एवं बाजार में लाइट की व्यवस्था की जा रही थी. इन सबके बावजूद नदी घाट के बगल में पसरी गंदगी को तो हटा लिया गया है, लेकिन जमीनी सतह पर पसरी गंदगी व कुछ दूर तक सीढ़ी को उसी हाल में छोड़ दिया गया है. जिससे मेला में आने वाले देश व विदेश के श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ेगा. हालांकि, जिलाधिकारी कुमार रवि ने बताया कि जहां कहीं भी कुछ कार्य छूट या रह गया है उसे मेला शुरू होने के पूर्व करा लिया जायेगा. इसके लिए उन्होंने बताया कि तुरंत एसडीओ को इसका निर्देश दे दिया जा रहा है. मंगलवार को पूरे दिन रेलवे के कई अधिकारी पुनपुन पहुंच कार्यों का जायजा लेते रहे.
गौरतलब है कि 12 सितंबर से शुरू होकर 15 दिनों तक चलने वाले इस अंतरराष्ट्रीय पितृपक्ष मेले में देश व विदेश के हजारों श्रद्धालु पितरों की मोक्ष की प्राप्ति के लिए पुनपुन नदी घाट पहुंचते हैं. यहां पहला पिंडदान करने के बाद वह गया के लिए प्रस्थान कर जाते हैं.