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पटना जीपीओ घोटाला : 50 लाख रुपये से बढ़कर 4.5 करोड़ पहुंची घोटाले की राशि

पटना : पटना जीपीओ घोटाले की रकम 50 लाख से बढ़कर 4.50 करोड़ रुपये तक पहुंच गयी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को हुए जांच के दौरान घोटाले की रकम 4.50 करोड़ रुपये तक पहुंच गयी है और आने वाले अगले दो- चार दिन में पांच करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर […]

पटना : पटना जीपीओ घोटाले की रकम 50 लाख से बढ़कर 4.50 करोड़ रुपये तक पहुंच गयी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को हुए जांच के दौरान घोटाले की रकम 4.50 करोड़ रुपये तक पहुंच गयी है और आने वाले अगले दो- चार दिन में पांच करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर जाये तो हैरानी वाली बात नहीं होगी.
इस संबंध में जब पटना जीपीओ के डिप्टी चीफ पोस्ट मास्टर अरुण कुमार झा से मोबाइल से संपर्क किया गया तो उन्होंने मोबाइल रिसीव नहीं किया.
मिली जानकारी के अनुसार यह महा घोटाला महज सात माह के अंदर किया गया है. इसकी शुरुआत जनवरी माह में हुई थी. लेकिन सबसे अधिक निकासी मई माह में केवल एक दिन में 50 लाख रुपये हुई थी.
जांच प्रक्रिया में सुस्ती लाने का दबाव : कर्मचारियों की मानें तो जांच टीम में शामिल अधिकारियों पर जांच प्रक्रिया में सुस्ती लाने का दबाव डाला जा रहा है.
ताकि सीबीआइ की जांच शुरू होने से पूर्व कर्मचारियों का तबादला करवा दिया जाये. इसके लिए बड़े अधिकारी के सहायक तिकड़म में जुटे हैं. यह पूरे संगठित तौर पर कार्य कर रहा है. कर्मचारी संगठनों पर भी दबाव बना रहा है. इसे लेकर कर्मचारियों में काफी आक्रोश है.
33 लाख खाते में जमा करने की मिली सूचना
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को देर शाम काउंटर क्लर्क मुन्ना कुमार और सुजय तिवारी ने 33 लाख रुपये सरकारी खाते में जमा करने की सूचना है.
लेकिन पटना जीपीओ के अधिकारी का कहना है कि मुझे इसकी जानकारी नहीं है. इसके पूर्व मुन्ना कुमार ने 40 लाख, राजेश कुमार शर्मा ने 30.60 लाख और दो अन्य कर्मचारियों ने 20 लाख रुपये सरकारी खाते में जमा करा चुके हैं. कुल मिला कर एक करोड़ 23 लाख 60 हजार रुपये जमा करायेजा चुके हैं.

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