पटना : डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि राज्य में 24 हजार सिपाही, ढाई हजार दारोगा और दो हजार ड्राइवर की बहाली होने जा रही है. सिपाही बहाली की प्रक्रिया इस महीने के अंत से शुरू होगी. दारोगा और चालक के पदों के लिए भी बहाली की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी.पुलिस मुख्यालय में सोमवार को आयोजित प्रेस प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीपी ने कहा कि पुलिस महकमे में किसी तरह की माफियागिरी बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
अगर किसी पुलिस वाले की शराब या बालू माफिया के साथ साठगांठ पायी गयी, तो सख्त कार्रवाई की जायेगी. सभी पुलिसकर्मियों को यह हिदायत दी गयी है. उन्होंने कहा कि राज्य में दारोगा और इंस्पेक्टर रैंक के करीब 390 ऐसे पदाधिकारी चिह्नित कर लिये गये हैं, जो अप-टू-मार्क नहीं हैं या सेवाकाल में जिनकी वर्दी पर किसी-न-किसी वजह से दाग लगे हैं.
ऐसे किसी पदाधिकारी को थानेदारी नहीं मिलेगी या ‘मेन-स्ट्रीम पुलिसिंग’ में नहीं रखा जायेगा. उन्होंने कहा कि अगर किसी पुलिसकर्मी को इससे संबंधित कोई शिकायत है या वह अपनी बात कहना चाहते हैं, तो प्रत्येक शुक्रवार को वह पुलिस मुख्यालय में उपस्थित होकर अपनी बात कह सकते हैं. उन्होंने कहा कि कई लोग फेसबुक पर कुछ-कुछ लिखते रहते हैं, इससे उन्हें कुछ फायदा नहीं होनेवाला है.
डीजीपी ने कहा कि बेहतरीन और उत्कृष्ट कार्य करने वाले सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर तक ऐसे करीब 400 पुलिसकर्मियों को सम्मानित भी किया जायेगा. ऐसे बेहतरीन कर्मियों को हम सैल्यूट करेंगे. बिहार में पुलिस वालों को काम करनेकी जितनी स्वतंत्रता है, उतनी किसी राज्य में नहीं है. अपराधियों को छोड़ने के लिए किसी नेता या अन्य किसी की पैरवी नहीं आती है. लेकिन यह कमी पुलिस वालों में है कि वह उसके अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं.
डीजीपी बोले
- पुलिस में माफियागिरी बर्दाश्त नहीं
- अप टू मार्क नहीं पाये गये 390 दारोगा और इंस्पेक्टर
- चिह्नित दागी पुलिस वालों को नहीं मिलेगी थानेदारी
- बेहतर काम करने वाले 400 पुलिसकर्मी होंगे सम्मानित
- अगर किसी पुलिसकर्मी को शिकायत हो तो सीधे मुख्यालय में आकर करें बात
- बच्चा चोर की अफवाह से बचें लोग
डीजीपी ने कहा कि इन दिनों बच्चा चोर के नाम पर लोगों को पीटने और जान मारने की घटनाएं काफी हो रही हैं. ऐसी अफवाहों से आम लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है. कोई इस तरह का अफवाह फैलाकर माहौल खराब कर रहा है. उन्होंने कहा कि मॉब लिंचिंग की घटना में किसी की मौत हो जाती है तो सभी आरोपितों पर हत्या का मामला चलता है. उन्होंने कहा कि अपराधियों की जमानत रद्द कराने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है. ऐसे मामलों में जमानतदारों की भी जांच होगी.
किस पद पर कितनी बहाली
- 24,000 सिपाही
- 2500 दारोगा
- 2000 चालक