नौबतपुर : लाख कोशिश के बावजूद मॉब लिंचिंग की घटना नहीं रुक पा रही है. शनिवार को एक बार फिर बच्चाचोर के शक में ग्रामीणों ने 40 वर्षीय युवक को लाठी-डंडे से पीट-पीटकर मार डाला. नौबतपुर थाना क्षेत्र के तीसखोरा महमदपुर में भीड़ तंत्र ने इस घटना को अंजाम दिया. भीड़ ने उस निर्दोष को इतना पीटा कि वह अधमरा हो गया. सूचना पर नौबतपुर थानाध्यक्ष सम्राट दीपक ने घटनास्थल पहुंच कर उसे इलाज के लिए एम्स भेजा. जहां उसकी मौत हो गयी. फिलहाल मृतक की पहचान नहीं हो सकी है.
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बच्चाचोर के शक में युवक को पीट-पीट कर मार डाला
नौबतपुर : लाख कोशिश के बावजूद मॉब लिंचिंग की घटना नहीं रुक पा रही है. शनिवार को एक बार फिर बच्चाचोर के शक में ग्रामीणों ने 40 वर्षीय युवक को लाठी-डंडे से पीट-पीटकर मार डाला. नौबतपुर थाना क्षेत्र के तीसखोरा महमदपुर में भीड़ तंत्र ने इस घटना को अंजाम दिया. भीड़ ने उस निर्दोष को […]
उसके हाथ पर कृष्णा मांझी लिखा हुआ है. इस मामले में पुलिस ने 23 लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं 46 लोगों पर नामजद और 125 अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है. सभी गिरफ्तार लोगों को पुलिस अभिरक्षा में कोर्ट भेज दिया गया. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
कुछ पीट रहे थे तो कुछ बना रहे थे वीडियाे
जानकारी के अनुसार युवक किसी तरह भटकते हुए तीसखोरा महमदपुर में पहुंच गया. इसके बाद कुछ ग्रामीण उसे बच्चाचोर समझ कर शोर करने लगे और लाठी-डंडा और ईंट-पत्थर से पिटाई शुरू कर दी. देखते- देखते वहां सैकड़ों लोग जमा हो गये और सभी मिल कर उसे पीटने लगे. घंटों उसको लोग घसीटते रहे.
खेत में लेटाकर लाठी-डंडे से पीटते रहे. वह भीड़ से जान बख्श देने की गुहार लगाता रहा, लेकिन भीड़ ने उसकी एक न सुनी. सबसे शर्मनाक बात यह थी कि कुछ लोग उसकी पिटाई कर रहे थे और कुछ लोग वीडियो बना रहे थे.
गिरफ्तारी के लिए हो रही छापेमारी
थानाध्यक्ष सम्राट दीपक ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि कानून किसी को हाथ में लेने की जरूरत नहीं है. ऐसी घटना हो तो पुलिस को सूचना देनी चाहिए. पटना एसएसपी और डीजीपी खुद जनता से अपील कर चुके हैं कि अफवाह पर ध्यान न दें.
इस घटना में लक्ष्मण साव, रामकरण चौधरी, राम बाबू पासवान, विराट कुमार, धर्मवीर कुमार, बिंदा चौधरी, रंजीत कुमार, सुधीर महतो, सूरजभान कुमार, मुकेश कुमार, पंकज कुमार व विमोचन कुमार समेत 23 लोगों को गिरफ्तार किया है. कुछ की वीडियो फुटेज के आधार पर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
प्रभात अपील : खुद कानून हाथ में न लें
मॉब लिंचिंग की लगातार बढ़ती घटनाएं चिंता का विषय हैं. किसी भी मामले में सिर्फ शक के आधार पर किसी को घेर कर उसकी पिटाई करके जान लेने की कोशिश निंदनीय है. भीड़ द्वारा इस प्रकार की हरकत ठीक नहीं है. अगर कहीं कुछ गलत हो रहा है या गलत की आशंका है तो उसके लिए कानून है, व्यवस्था है. उसके जरिये जांच, पड़ताल या फैसला होना चाहिए.
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