– एसटीएफ और पटना पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
– यूपी और बिहार के सभी साइबर फ्रॉड, बैंक ट्रांजेक्शन में 14 करोड़ की जानकारीसंवाददाता, पटना
एसटीएफ और शास्त्रीनगर थाने की संयुक्त टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए अंतरराज्यीय साइबर अपराधी गिरोह का भंडाफोड़ किया है. टीम ने 13 साइबर फ्रॉड को गिरफ्तार किया है. ये सभी देश के 40 लोगों से 14 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी करने के बाद होटल में पैसे का बंटवारा करने के लिए जुटे थे. इसकी भनक पुलिस को मिली, जिसके बाद एसटीएफ के साथ मिलकर खाजपुरा बेली रोड स्थित मातृ होटल एवं बैंक्वेट में छापेमारी की गयी. मौके से 13 साइबर फ्रॉड को गिरफ्तार किया गया. इसके अलावा पूछताछ में पता चला कि ये सभी किसी बड़े ऑनलाइन फ्रॉड की घटना को अंजाम भी देने वाले थे. छापेमारी के दौरान पुलिस ने अभियुक्तों के पास से 15 मोबाइल फोन और एक स्विफ्ट डिजायर कार बरामद की. साइबर थाने के डीएसपी नीतीश चंद्र धारिया ने बताया कि जब्त मोबाइल की तकनीकी जांच में कई संदिग्ध बैंक खाते पाये गये, जिनका एनसीआरपी पोर्टल के माध्यम से सत्यापन करने पर पूरे देश के विभिन्न राज्यों से करीब 40 साइबर ठगी के मामले जुड़े पाये गये. इन शिकायतों की कुल राशि लगभग 14 करोड़ 10 लाख 36 हजार 261 रुपये है. गिरफ्तार आरोपितों में कुंदन कुमार, रंजीत पासवान, अमन कुमार, विक्रांत कुमार, अनुराग वर्मा, प्रहलाद प्रभात, सन्नी कुमार, पवन कुमार, नरेन्द्र कुमार, विरेन्द्र यादव, रवि किशोर, अंकित कुमार और ऋषभ कुमार.जॉब, टास्क, क्रिप्टो-बिटक्वाइन, लोन और गेमिंग से ठगी
जानकारी के अनुसार गिरफ्तार अपराधी टेलीग्राम चैनलों और विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से लोगों को फर्जी टास्क, ऑनलाइन जॉब, क्रिप्टो-बिटक्वाइन निवेश, माइक्रो फाइनेंस से लोन दिलाने तथा गेमिंग के माध्यम से कमाई के नाम पर ठगते थे. तकनीकी जांच में यह भी खुलासा हुआ कि गिरोह का नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है और इनके अन्य साथी अब भी फरार हैं. पुलिस ने बताया कि फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है.गिरफ्तार आरोपियों में बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड के कई जिलों के युवक शामिल हैं. इनमें प्रमुख रूप से अररिया, जहानाबाद, पटना, गया, मुजफ्फरपुर, प्रयागराज, रायबरेली, कानपुर और काशगंज के निवासी हैं.अर्जित संपत्ति की भी होगी जांच
साइबर थाना डीएसपी ने बताया कि यह गिरोह देश भर के लोगों से ठगी करते है. इस गिरोह में और भी कई लोग शामिल हैं, जिसके बारे में पूछताछ की गयी है. बहुत सारी जानकारी मिली है. इसके अलावा गिरोह के हर शातिरों की संपत्ति की जांच भी की जायेगी. जांच के बाद अवैध कमाई से अर्जित की गयी संपत्ति को जब्त भी किया जायेगा. उन्होंने बताया कि मोबाइल से भी कई सारी जानकारियां मिली हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

