डीजी होमगार्ड एवं अग्निशमन सेवाएं ने फायर फाइटिंग फुल किट सहित उपकरण खरीद के सात प्रस्ताव भेजे
पटना : किसी बहुमंजिला इमारत में अाग में फंसे लोगों को इससे बचने के लिए जमीन पर छलांग लगाने के अलावा कोई चारा नहीं है. पोस्टल पार्क, रामनगर, यारपुर, जगनपुर जैसे इलाकों में आग लगने पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी तक नहीं घुस पायेगी. सरकार ने इस स्थिति से निबटने के लिए बिहार अग्निशमन सेवा के फायर फाइटरों को हाइटेक संसाधन उपलब्ध कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. लेकिन, संसाधन कब तक उपलब्ध होंगे इसकी समय सीमा तय नहीं है. ऐसे में संसाधन उपलब्ध होने से पहले बड़ा हादसा होने पर व्यापक क्षति हो सकती है.
बिहार अग्निशमन सेवा के पास अभी इतने एडवांस उपकरण नहीं है कि ऊंची इमारत या संकरे इलाके में भीषण आग लगने पर बचाव कार्य सफलता से कर सके. हाइडेंट सड़क में दब चुक हैं. वहीं, लोगों में जागरूकता की स्थिति यह है कि राज्य भर में 25 से 29 मई तक करीब 2000 शैक्षणिक संस्थान, 187 से अधिक हॉस्पिटल, 10 से अधिक बड़े होटल, 100 से अधिक अन्य इमारतों की फायर आॅडिट में कहीं भी मानक पूरे नहीं मिले. यह डरावनी सूरत तब है, जब विभाग तीन साल में 14685 जागरूकता कार्यक्रम कर चुका है.
स्पेशल सूट पहनकर बचाव करेंगे फायर फाइटर
किसी भी तरह के अग्निकांड को काबू में करने के लिए एडवांस तकनीक वाले उपकरणों की खरीद को डीजी होमगार्ड एवं अग्निशमन सेवाएं ने फायर फाइटिंग फुल किट सहित सात प्रस्ताव भेजे हैं. पटना में मेघदूत तैनात रहेगा. 32 मीटर हाइड्रोलिक प्लेटफाॅर्म वाली यह मशीन 100 फुट की ऊंचाई तक बचाव कर सकती है.
107 फायर स्टेशनों के लिए फायर प्राॅक्सीमीटी सूट खरीदे जा रहे हैं. इससे आग की लपटों के बीच रखकर भी बचाव कार्य संभव हो सकेगा. एक दर्जन केमिकल प्रोटेक्टिव सूट इंडस्ट्रियल एरिया वाले सब स्टेशन को दिये जायेंगे. 24 मिस्ड वाहन, 4500 लीटर वाटर-फाॅम मिक्स्ड क्षमता वाले 30 मध्यम फायर टेंडर व तीन हजार लीटर क्षमता वाले 30 वाहन खरीदे जा रहे हैं. जहां वाहन नहीं जा सकते, वहां आग बुझाने के लिए होज लेंचिग लारी उपलब्ध करायी जायेगी. यह एक किमी दूर तक प्रेशर से पानी की बौछार करती है.
आग लगने पर दस तल्ले से सुरक्षित कूद सकेंगे लोग
दसवीं मंजिल पर आग में फंसे लोग सेफ्टी जंपिंग कुशन से सुरक्षित कूद सकेंगे. विक्टिम लोकेशन कैमरा आग की लपटों और धुंआ के कारण दिखायी न देने वाले लोगों तक पहुंचा देंगे. ह्यूमन लाइफ डिटेक्टर और ब्रीदिंग एपरेटर्स धुंआ की घुटन वाली जगह पर भी दो से तीन घंटे तक बचाव कार्य करने में मदद करेंगे. चरणबद्ध तरीके से सभी फायर स्टेशन इन उपकरणों से लैस किये जायेंगे.
2016 से कहां कितने जागरूकता अभियान
स्कूल-काॅलेज 5158
हाॅस्पिटल 726
होटल 348
अपार्टमेंट 152
पेट्रोल पंप 528
गैस एजेंसी 212
सिनेमा घर 70
मॉल 101
सरकारी भवन 246
बैंक 52
लघु उद्योग 428
झुग्गी-झोपड़ी 6220
अन्य 444