पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज पटना में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठकबुलायी गयी. लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास एक अन्ने मार्ग पर रविवारको संपन्न हुई जदयू के इस अहम बैठक में प्रत्याशियों के नामों के साथ ही अन्य मुद्दों पर चर्चा किये जाने की खबर है. जानकारी के मुताबिक, जदयू के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि लोकसभा के अागामी सत्र के खत्म होते ही पार्टी अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर देगा. साथ ही तीन तलाक के खिलाफ विधेयक और असम की नागरिकता कानून से संबंधित विधेयक का भाजपा की सहयोगी पार्टी जदयू विरोध करेगी.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में करीब चार घंटे तक सीएम आवास पर चली बैठक के बाद पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव केसी त्यागी और पूर्व सांसद पवन वर्मा ने कहा, जदयू अपने पुराने सभी नीतियों एवं सिद्धांतों पर कायम रहेगी. बैठक में उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर, प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, मंत्री ललन सिंह, अफाक अहमद आदि नेता शामिल हुए. बैठक में यह निर्णय लिया गया कि लोकसभा उम्मीदवार तय करने के लिए वशिष्ठ नारायण सिंह, विजेंद्र प्रसाद यादव और मंत्री राजीव रंजन सिंह पार्टी नेताओं से रायशुमारी कर निर्णय लेंगे. फरवरी को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की पटना में बैठक होगी जिसमें अंतिम निर्णय लिया जायेगा.
असम में नागरिकता कानून के विरोध में 27 और 28 जनवरी को निकाले जाने वाली रैली में जदयू भी शामिल होगा. इसके लिए केसी त्यागी, उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर और राष्ट्रीय सचिव व त्रिपुरा और मेघालय के प्रभारी संजय वर्मा को हिस्सा लेने को कहा गया. बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में पार्टी के परफार्मेंस की समीक्षा भी की.
केसी त्यागी ने कहा कि पार्टी रामजन्मभूमि विवाद में अदालत के फैसले का सम्मान करेगी. उन्होंने कहा कि फरवरी के अंतिम सप्ताह में होने वाली जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बिहार और लक्षद्वीप के अलावा अन्य राज्यों में चुनाव लड़ने पर निर्णय होगा. साथ ही आगामी संसद सत्र के बाद पार्टी बिहार में आगामी लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों की घोषणा करेगी.