पटना: बिहार में जब जरूरत थी तब राहुल गांधी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ स्टैंड नहीं लिया. यह बात बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कही. उन्होंने कहा कि पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों पर रूख अख्तियार करने में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ‘अक्षमता’ के कारण वह विपक्षी गठबंधन से बाहर निकल गये.
नीतीश कुमार ने दावा किया कि उनकी पार्टी ने 2015 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 40 सीटें दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. उन्होंने कहा कि राहुल ने उन्हें निराश किया जब उन्होंने ‘‘कोई बयान तक नहीं दिया, जिससे कि (गठबंधन छोड़ने के बारे में) मैं दोबारा विचार कर सकता था.’
कुमार ने कहा, ‘‘हमेशा से मेरा रुख रहा है कि अपराध, भ्रष्टाचार और सांप्रदायिकता से कोई समझौता नहीं होगा. उनकी कार्यशैली इस तरह की थी कि मेरे लिये काम करना मुश्किल होता जा रहा था. सभी स्तरों पर हस्तक्षेप था. उनके लोग अपने फरमानों के साथ थाने में टेलीफोन करते थे.’
नीतीश कुमार ने एक निजी समाचार चैनल द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में ये बातें कहीं.