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कोहरे में एंटी फॉग डिवाइस नहीं आ रही काम, 13 घंटे देरी से चल रहीं ट्रेनें
पटना : ठीक से कोहरा शुरू भी नहीं हुआ है कि इसका असर ट्रेनों के संचालन पर पड़ने लगा है. मजे की बात तो यह है कि ट्रेन लेट नहीं हो, तो इससे बचने के लिए पूर्व मध्य रेलवे ने अपनी अधिकांश ट्रेनों में एंटी फॉग डिवाइस भी लगायी है. लेकिन ट्रेनों की चाल पर […]
पटना : ठीक से कोहरा शुरू भी नहीं हुआ है कि इसका असर ट्रेनों के संचालन पर पड़ने लगा है. मजे की बात तो यह है कि ट्रेन लेट नहीं हो, तो इससे बचने के लिए पूर्व मध्य रेलवे ने अपनी अधिकांश ट्रेनों में एंटी फॉग डिवाइस भी लगायी है. लेकिन ट्रेनों की चाल पर उनका सकारात्मक असर नहीं देखा गया है.
नतीजा यह है कि दानापुर मंडल से गुजरने वाली अधिकांश लंबी दूरी की ट्रेनों पर ब्रेक लग गया है. सामान्य कोहरे या धुंध में ट्रेनें 3 से 13 घंटे देरी से चल रही हैं. दूसरी तरफ फॉग से डरे रेलवे प्रबंधन ने पूर्व मध्य रेलवे की दर्जनों ट्रेनें रद्द भी कर दी हैं.
दरअसल एंटी फॉग डिवाइस से केवल दो सिग्नलों के बीच पांच सौ मीटर पहले केवल ये जानकारी मिल पाती है कि सिग्नल ग्रीन है या रेड. शेष क्षेत्र में एंटी फॉग डिवाइस ड्राइवर के लिये कतई उपयोगी नहीं हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक इंजन के शीशे पर कोहरे की परत छा जाती है.
डिवाइस पर कोहरे की मार, 10 से 15 घंटे देर होने के कारण शुक्रवार को भी कई ट्रेनें हुईं रद्द
ट्रेनें लेट नहीं हों और यात्रियों को सुरक्षा व संरक्षा में किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसके लिए पूर्व मध्य रेलवे की सभी मेल व एक्सप्रेस ट्रेनों में फॉग पास डिवाइस की सुविधा मुहैया करायी गयी है.
लेकिन डिवाइस होने के बाद भी कई ऐसी ट्रेनें हैं, जिनका परिचालन 10 से 15 घंटे देरी से किया जा रहा था. नतीजा रेलवे ने दर्जनों ट्रेनें रद्द कर दीं. शुक्रवार को भी 13 घंटे देरी से ट्रेनों का परिचालन किया गया. कोहरे के आगे डिवाइस काम नहीं आ रही है.
110 की जगह 60 की हुई रफ्तार
रेलवे की मानें, तो एक्सप्रेस ट्रेनों की रफ्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटा तय की गयी है. लेकिन फॉग डिवाइस लगने के बाद भी ट्रेनों की रफ्तार 60 किलोमीटर प्रति घंटा कर दी गयी है. नतीजा ट्रेन लेट हो रही हैं. इधर ट्रेन लेट होने के चलते टिकट वेटिंग लिस्ट 100 से अधिक चल रही है.
क्या कहते हैं सीपीआरओ
कोहरे में विजिबिलटी बहुत कम हो जाती है. इस लिए 60 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड लिमिट लगा दी जाती है. यात्रियों की सुरक्षा व संरक्षा को देखते हुए यह स्पीड लिमिट कर दी जाती है. स्पीड लिमिट की वजह से जो 50 किमी प्रति घंटा का अंतर आ रहा है, ट्रेनें लेट हो जाती हैं.
राजेश कुमार, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पूमरे
सात माह में एक्सप्रेस ट्रेनों के ससमय परिचालन दर में वृद्धि
पटना : पूर्व मध्य रेल (पूमरे) प्रशासन ने यात्रियों को अधिक-से-अधिक सुविधाएं मुहैया कराने के अपने संकल्प के तहत कई कार्य किये हैं. इनमें ट्रेनों का समयबद्ध परिचालन भी एक महत्वपूर्ण कार्य रहा है. इसका परिणाम है कि पूमरे की ट्रेनों के समयबद्ध परिचालन में सुधार हुआ है. समय पालन मेें विगत सात महीनों में ही 27 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गयी. सवारी गाड़ियों के समय पालन में भी 20.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
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