पटना : अगर आपके बच्चे के दिल में छेद है तो डरें नहीं, क्योंकि इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में इसका इलाज अब नि:शुल्क होगा. अस्पताल प्रशासन ने दिल में छेद से ग्रसित बच्चों के ऑपरेशन से लेकर भर्ती आदि सभी तरह का इलाज नि:शुल्क कर दिया है. इतना ही नहीं बुधवार से संस्थान में बच्चों को एडमिट करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गयी है. पिछले दो दिन में चार बच्चों को इलाज के लिए भर्ती भी कर लिया गया है. हालांकि इनका ऑपरेशन 10 दिन में किया जायेगा.
अगले सप्ताह से शुरू हो जायेगी सर्जरी
संस्थान के अधिकारियों की मानें तो आईजीआईएमएस और राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के साथ एमओयू हस्ताक्षर किया जायेगा. इसके बाद जन्मजात बच्चों के दिल में छेद का इलाज शुरू हो जायेगा. इतना ही नहीं एमओयू में बच्चों के सभी तरह की दिल की बीमारियों के इलाज की सुविधा के लिए करार किया जा रहा है. अधिकारियों ने बताया कि बच्चों के इलाज में आने वाले खर्च का वहन केंद्र और राज्य दोनों सरकारों की ओर से किया जायेगा.
दिल में वॉल्व लगाने की भी सुविधा : नये स्कीम के तहत दिल में छेद के साथ-साथ हृदय के वॉल्व बदलने, रिप्लेसमेंट करने जैसी जटिल बीमारियों का इलाज भी नि:शुल्क कर दिया गया है. अगर किसी भी बच्चे के दिल का वॉल्व सिकुड़ गया है या फिर बदलने की जरूरत है तो उसको हृदय रोग के डॉक्टर नया वॉल्व खुद लाकर बदलेंगे.
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम व आईजीआईएमएस के बीच एमओयू पर करार होने जा रहा है. इसके तहत अब दिल में छेद या हृदय का वॉल्व बदलने आदि जटिल हृदय संबंधी बीमारियों का इलाज नि:शुल्क किया जायेगा. अधिकतम 16 साल के बच्चों को नि:शुल्क इलाज की सुविधा दी जायेगी. चार बच्चों को भर्ती भी कर लिया गया है. जिनके दिल में छेद है. अगले 10 दिन के अंदर ऑपरेशन कर दिया जायेगा.
—डॉ मनीष मंडल, मेडिकल सुपरिटेंडेंट आईजीआईएमएस
