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पटना : बसों का किराया कैटेगरी अनुसार तय, फिर भी यात्रियों से मनमाफिक वसूल रहे भाड़ा
भाड़े में एकरूपता नहीं होने से यात्रियों को हो रही है परेशानी पटना : सरकार ने बसों के कैटेगरी के अनुसार भाड़ा निर्धारित कर दिया है. इसके बावजूद ट्रांसपोर्टर यात्रियों से मनमाफिक भाड़ा वसूल रहे हैं. बस भाड़ा को लेकर एकरूपता नहीं होने से यात्रियों को परेशानी हो रही है. सरकार ने डीजल की कीमतों […]
भाड़े में एकरूपता नहीं होने से यात्रियों को हो रही है परेशानी
पटना : सरकार ने बसों के कैटेगरी के अनुसार भाड़ा निर्धारित कर दिया है. इसके बावजूद ट्रांसपोर्टर यात्रियों से मनमाफिक भाड़ा वसूल रहे हैं. बस भाड़ा को लेकर एकरूपता नहीं होने से यात्रियों को परेशानी हो रही है.
सरकार ने डीजल की कीमतों में पांच रुपये की कमी की है. लेकिन, कमी के बावजूद ट्रांसपोर्टर यात्रियों को भाड़े में कोई रियायत देना नहीं चाह रहे हैं. इतना ही नहीं बसों में सुविधा मिले या न मिले, कैटेगरी के अनुसार बस नहीं होती हैं बावजूद भाड़ा अच्छी कैटेगरी वाली बसों का ही लिया जा रहा है.
बस भाड़े को लेकर यात्रियों की शिकायत करने पर कह दिया जाता है कि चलना है तो चलिए नहीं तो उतर जाइए. मजबूर होने के कारण यात्री कुछ नहीं बोल पाते हैं. बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन ने डीजलों की कीमतों में वृद्धि के बाद पहली अक्टूबर से बस भाड़ा में 20 से 25 फीसदी बढ़ोतरी कर दी. जबकि, छह माह पहले ही ट्रांसपोर्टरों ने सरकार की इजाजत के बगैर लगभग 25 फीसदी बस भाड़ा में बढ़ोतरी कर दी थी. बस के एक एजेंट ने बताया कि दुर्गापूजा से पहले सभी ट्रांसपोर्टर हाल ही में बढ़ाये गये बस भाड़ा लेने लेंगे.
सरकार ने कैटेगरी के आधार पर तय किया है बसों का किराया
सरकार ने बसों की कैटेगरी के आधार पर बस भाड़ा तय किया है. इसमें साधारण बस का भाड़ा 90 पैसे प्रति किलोमीटर, एक्सप्रेस बस का 95 पैसे, सेमी डीलक्स बस का एक रुपये 14 पैसे, डीलक्स बस का एक रुपये 36 पैसे, डीलक्स एसी बस का एक रुपये 50 पैसे व वाल्वो बस का दो रुपये प्रति किलोमीटर है.
नगरीय बस सेवा में पहले चार किलोमीटर के लिए प्रति किलोमीटर एक रुपये 24 पैसे व अगले प्रत्येक दो किलोमीटर के लिए एक रुपये नौ पैसे निर्धारित किया गया है. सरकार ने लंबी दूरी की बसों का भाड़ा बेसिक आधार पर तय किया है. इसके अनुसार पहले सौ किलोमीटर तक उस श्रेणी के बेसिक भाड़ा दर के आधार पर तय होगा. 101 किलोमीटर से 250 किलोमीटर की दूरी तक के लिए बेसिक भाड़ा की दर किराये में 20 फीसदी की कमी, 251 किलोमीटर से ज्यादा दूरी के लिए बेसिक भाड़ा किराये में 30 फीसदी की कमी लाते हुए भाड़ा का निर्धारण करना है.
ट्रांसपोर्टर नहीं कर रहे अनुपालन
सरकार द्वारा तय किये गये बस भाड़ा का अनुपालन ट्रांसपोर्टरों नहीं कर रहे हैं. बस भाड़ा में लंबी दूरी का भाड़ा बेसिक आधार पर बनाये गये नियम को ताक पर रख दिया गया है. राज्य में अधिकतर सेमी डीलक्स बसों का परिचालन हो रहा है. जबकि भाड़ा का निर्धारण डीलक्स बस के अनुसार लिया जा रहा है.
सरकार द्वारा निर्धारित भाड़ा के अनुसार पटना से मुजफ्फरपुर का भाड़ा 80 से 90 रुपये होना चाहिए, जबकि 110 रुपये लिये जा रहे हैं. एसी का 140 रुपये भाड़ा है, जबकि मुजफ्फरपुर का सरकार द्वारा निर्धारित डीलक्स बस का भाड़ा 120 रुपये है. पटना से सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, त्रिवेणीगंज, बेतिया सहित अन्य समान दूरी की जगहों के लिए 275 रुपये भाड़ा होना चाहिए. उसकी जगह तीन सौ या तीन सौ से अधिक लिये जा रहे हैं. पूर्णिया के लिए 350 की जगह 400 या 450 भाड़ा है. दरभंगा के लिए 185 की जगह दो सौ रुपये भाड़ा है.
बिहारशरीफ का 70 की जगह 80 से 85 भाड़ा है. कुछ ट्रांसपोर्टर अब भी छह माह पहले बढ़े हुए बस भाड़ा ले रहे हैं. जबकि, अधिकतर ट्रांसपोर्टर पहले बढ़े हुए बस भाड़ा के अलावा हाल ही में फेडरेशन द्वारा बढ़ाये गये भाड़ा बढ़ोतरी के अनुसार ले रहे हैं. डीजल की कीमत घटने के बाद भी भाड़ा में कोई रियायत नहीं दी गयी है.
अधिक भाड़ा नहीं वसूलने की चेतावनी
बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन के अध्यक्ष उदय शंकर प्रसाद सिंह ने ट्रांसपोर्टरों को चेतावनी दी है कि निर्धारित भाड़े से अधिक नहीं वसूलें. अधिक भाड़ा वसूल करने वाले ट्रांसपोर्टरों पर कार्रवाई होगी. अगर वे किसी तरह की परेशानी में पड़ेंगे तो फेडरेशन जिम्मेदार नहीं होगा.
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