पटना / अहमदाबाद : बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा है कि गुजरात के साबरकांठा जिले में बच्ची के साथ बलात्कार के बाद बिहार के लोगों पर गुजरात में हमले के लिए ‘कांग्रेस समर्थित संगठन’ जिम्मेदार है. भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से फोन पर बातचीत के बाद कांग्रेस पर यह आरोप लगाया. सुशील मोदी ने कहा कि उन्हें गुजरात के मुख्यमंत्री से जानकारी मिली है कि कांग्रेस नेता अल्पेश ठाकोर से संबद्ध संगठन ‘ठाकोर सेना’ के 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि गुजरात में बिहार के लोग सुरक्षित हैं. वहां की पुलिस और सरकार हिंसा करनेवाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. गौरतलब है कि पहली बार विधायक बने ठाकोर को बिहार में हाल ही में कांग्रेस सचिव नामित किया गया है. वहीं, कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर ने दावा किया कि उन्होंने कभी भी क्षत्रिय ठाकोर सेना को गैर गुजरातियों पर हमले या हिंसा में शामिल होने के लिए नहीं कहा है.
यह भी पढ़ें :गुजरात में बिहारियों पर हुए अत्याचार पर बिहार में गरमायी सियासत, गोहिल ने कहा- अल्पेश को बदनाम कर रही भाजपा
यह भी पढ़ें :गाजे-बाजे के साथ निकली आवारा सांड की शव यात्रा, हिंदू रीति रिवाज से हुआ अंतिम संस्कार, देखें वीडियो
18 प्राथमिकियां दर्ज, 170 लोग गिरफ्तार, नफरत फैलानेवाले संदेशों पर पुलिस रख रही नजर : पुलिस महानिदेशक
पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा के मुताबिक, इस तरह के हमले पिछले एक हफ्ते में गांधीनगर, मेहसाना, साबरकांठा, पाटन और अहमदाबाद जिलों में हुए हैं और इन घटनाओं के संबंध में 170 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर गैर गुजरातियों, खासकर बिहार एवं उत्तर प्रदेश के लोगों के खिलाफ नफरत भरे संदेश फैलाये जाने के बाद ये हमले हुए. झा ने बताया कि गैर गुजरातियों पर हमले के बाद से राज्य के विभिन्न जिलों में अब तक 18 प्राथमिकियां दर्ज की गयी हैं. उन्होंने कहा,‘‘हमने 170 लोगों को गिरफ्तार किया है. हम इस तरह की गतिविधियों की किसी भी कीमत में अनुमति नहीं देंगे. हमने कारखानों और (हाउसिंग) सोसाइटियों में निगरानी बढ़ा दी है. हम सोशल मीडिया संदेशों पर भी सख्त नजर रख रहे हैं.’ यह पता लगने पर कि बलात्कार का आरोपित बिहार का रहनेवाला है, के बाद क्षत्रिय ठाकोर सेना ने कहा कि अन्य राज्यों के प्रवासी कामगारों को गुजरात में नौकरी नहीं दी जानी चाहिए. पुलिस ने बताया कि सोशल मीडिया पर किसी व्यक्ति ने यह संदेश फैला दिया कि एक फैक्टरी में बड़ी संख्या में गैर गुजराती लोगों को नौकरी दी गयी है. इसके बाद शुक्रवार की सुबह अरवल्ली जिले के काबोला गांव में एक फैक्टरी के बाहर 200 लोगों की भीड़ इकट्टी हो गयी. हालांकि, अरवल्ली जिले के पुलिस अधीक्षक मयूर पाटिल ने कहा कि पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया और इनमें से 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया और उन पर दंगा भड़काने और दो समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने के आरोप लगाये गये. अहमदाबाद अपराध शाखा के साइबर अपराध प्रकोष्ठ ने सोशल मीडिया पर गैर-गुजराती लोगों के खिलाफ नफरतवाले संदेश फैलाने में संदिग्ध रूप से शामिल लोगों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया है. अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त जेके भट्ट ने कहा कि दो लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और कई और भी लोगों को जल्द ही गिरफ्तार किया जायेगा.
यह भी पढ़ें :IRCTC : तेजस्वी, राबड़ी समेत सभी आरोपितों को जमानत, अगली सुनवाई 19 नवंबर को, VC के जरिये पेश होंगे लालू
यह भी पढ़ें :तेजस्वी यादव को पटना हाईकोर्ट से झटका, छोड़ना होगा पांच देशरत्न मार्ग का सरकारी बंगला
क्या है मामला
साबरकांठा जिले में पिछले हफ्ते 14 माह की बच्ची से कथित तौर पर बलात्कार करने के आरोप में बिहार के एक व्यक्ति की गिरफ्तारी के बाद राज्य के कई हिस्सों में गैर गुजरातियों, खासतौर पर उत्तर प्रदेश और बिहार के रहने वाले लोगों को निशाना बनाया गया है. पुलिस ने बताया कि 28 सितंबर को साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर कस्बे के पास एक गांव में 14 माह की बच्ची से कथित तौर पर बलात्कार हुआ था. उन्होंने बताया कि बिहार के रहनेवाले रविंद्र साहू नाम के मजदूर को घटनावाले दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया था.
यह भी पढ़ें :रोहतास : धारदार हथियार से पांच लोगों पर किया हमला, दो बच्चों और महिला की मौत, आरोपित फरार
यह भी पढ़ें :उग्र ग्रामीणों ने सड़क जाम कर की आगजनी, कहा- सोची-समझी साजिश के तहत हत्या कर दिया जा रहा सड़क हादसे का रंग