राजधानी में पहाड़ी पर 331.61 करोड़ की लागत से 25.02 एकड़ भूमि पर अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) का निर्माण भी कराया जा रहा है. अधिकारियों की मानें तो टर्मिनल निर्माण का आधा से अधिक काम पूरा हो चुका है और अगले साल इसका उद्घाटन किये जाने की उम्मीद है. पहले इसका निर्माण हुडको से ऋण लेकर कराया जा रहा था, पर अब राज्य सरकार खुद अपनी निधि से इसका निर्माण करा रही है. टर्मिनल की बाउंड्री वॉल और मिट्टी भराई के लिए सरकार ने 20 करोड़ रुपये अलग से उपलब्ध कराये हैं.
बुडको को निर्माण की जिम्मेदारी
विभाग ने बस स्टैंडों के निर्माण की जिम्मेदारी बुडको (बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम) को सौंप रखी है. बुडको को 102.64 करोड़ की लागत से 31 बस स्टैंड के निर्माण की जिम्मेदारी दी गयी थी. इनमें से 60.33 करोड़ की लागत से 18 बस स्टैंड का निर्माण पूरा हो चुका है, जबकि 42.31 करोड़ की लागत से 13 बस स्टैंड का निर्माण सितंबर तक पूरा कर लिये जाने की उम्मीद जतायी जा रही है. अगले एक महीने के अंदर इनमें से आधे बस स्टैंड का उद्घाटन करा लिये जाने की उम्मीद है.
बस स्टैंड की पूर्ण योजनाएं
जहानाबाद, भभुआ, नासरीगंज, मखदुमपुर, बांका, सुपौल, बेलसंड, कटिहार, बोधगया, किशनगंज, बेगूसराय, नवगछिया, बिहारशरीफ, डेहरी डालमिया नगर, सीतामढ़ी, सीवान, मुंगेर, मोतिहारी.
बस स्टैंड की निर्माणाधीन योजनाएं
अंतरराज्यीय बस टर्मिनल पटना, सहरसा, दरभंगा, अरेराज, नवीनगर, दाऊदनगर, नोखा, झाझा, आरा, मधेपुरा, अरवल, औरंगाबाद, सासाराम और मालसलामी बस डिपो.