बारिश के बाद राहत . मुख्यमंत्री ने की समीक्षा बैठक, दिये िनर्देश
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बिहार में फिलहाल सूखे की स्थिति नहीं, जारी रहेंगी घोिषत सुविधाएं
बारिश के बाद राहत . मुख्यमंत्री ने की समीक्षा बैठक, दिये िनर्देश पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को एक अणे मार्ग के नेक संवाद में बाढ़ और सुखाड़ को लेकर समीक्षा बैठक की. बैठक में उन्होंने सभी डीएम को निर्देश दिया कि वे हर हाल में रोपनी करवाएं और जहां रोपनी संभव नहीं […]
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को एक अणे मार्ग के नेक संवाद में बाढ़ और सुखाड़ को लेकर समीक्षा बैठक की. बैठक में उन्होंने सभी डीएम को निर्देश दिया कि वे हर हाल में रोपनी करवाएं और जहां रोपनी संभव नहीं है, वहां आकस्मिक फसल योजना के तहत वैकल्पिक फसल की व्यवस्था सुनिश्चित करें. बाद में मुख्य सचिव दीपक कुमार ने प्रेस कॉन्फेंस में बैठक में लिये गये निर्णयों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि बिहार में फिलहाल सूखे की स्थिति नहीं है. पटना सहित पांच जिलों में जरूर अब भी बारिश कम हुई है, लेकिन अन्य जिलों में हालात संतोषजनक हैं. प्रदेश में सामान्य से कम बारिश का आंकड़ा घट कर अब 23% रह गया है.
एक हफ्ता पहले यह 48% था. 50% से अधिक रोपनी हो चुकी है. बिचड़ा का अाच्छादन 97% से ज्यादा हो चुका है. फिर भी सरकार ने तय किया है कि किसानों को मिलने वाली सुविधाओं में कोई कटौती नहीं की गयी है. डीजल अनुदान में बढ़ोतरी से लेकर बिजली दरों में मिलने वाली छूट अभी मिलती रहेगी. फसल सहायता योजना में आवेदन करने की तिथि बढ़ा कर 31 अगस्त कर दी गयी है. मुख्य सचिव ने बताया
बिहार में फिलहाल…
कि मौसम विभाग ने छह-सात अगस्त तक इसी तरह बारिश होने की संभावना जतायी है. इसको देखते हुए निर्णय लिया गया है कि 10-11 अगस्त को फिर से समीक्षा की जायेगी. इस बीच क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक हर शुक्रवार को होती रहेगी.
मुख्य सचिव ने बताया कि सीएम ने बैठक में फसल सहायता योजना में तेजी लाने का निर्देश दिया और पीएचईडी को खराब पड़े हैंडपंपों की मरम्मत कराने को कहा. सीएम ने प्रखंडों में वैकल्पिक फसलों की पहचान का भी निर्देश दिया. सभी डीएम को मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि बंद पड़े राजकीय नलकूप को चालू कराएं. सार्वजनिक स्थलों पर लगे चापाकलों व कुओं का जीर्णोद्धार किया जाये. उन्होंने कहा कि सभी डीएम पीएचईडी, कृषि, आपदा, जल संसाधन एवं लघु जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के संपर्क में रहें. बैठक में सीएम ने कहा कि राज्य में 15 अगस्त के बाद और सितंबर के अंत तक बाढ़ आती है. इसके लिए हर तरह से तैयार रहने की आवश्यकता है. मुख्यमंत्री ने सभी प्रभारी सचिवों को पुन: क्षेत्र भ्रमण करने का भी निर्देश दिया.
जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव ने मुख्यमंत्री के समक्ष बाढ़ व सुखाड़ की स्थिति से निबटने के लिए बनायी गयी विभागीय योजनाओं और तैयारी के संबंध में प्रेजेंटेशन दिया. वहीं, सभी डीएम ने अपने-अपने जिले की वर्तमान स्थिति से मुख्यमंत्री को अवगत कराया.
समीक्षा बैठक में उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, ऊर्जा मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, कृषि मंत्री प्रेम कुमार, आपदा प्रबंधन मंत्री दिनेश चंद्र यादव, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, पीएचईडी मंत्री विनोद नारायण झा, ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री पशुपति कुमार पारस, मुख्यमंत्री के परामर्शी अंजनी कुमार सिंह, मुख्य सचिव दीपक कुमार, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व्यास जी, विकास आयुक्त शशि शेखर शर्मा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव अतीश चंद्रा व विनय कुमार सहित संबंधित विभागों के प्रधान सचिव व सचिव, जिलों के प्रभारी सचिव मौजूद थे, जबकि वीडियो कॉन्फेंसिंग के जरिये सभी डीएम जुड़े थे.
फसल सहायता योजना में आवेदन तिथि 31 अगस्त तक बढ़ायी गयी
धान की रोपनी में आयी तेजी
10-11 अगस्त को फिर से समीक्षा
की जायेगी
हर शुक्रवार को होती रहेगी क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक
हालात में सुधार
23%
रह गया सामान्य से कम बारिश का आंकड़ा
50%
से ज्यादा
हो चुकी है
धान की
रोपनी
97%
से अधिक
हो चुका है बिचड़े का अाच्छादन
मॉनसून : अगले हफ्ते भी रहेगी राहत
मौसम विभाग ने छह-सात अगस्त तक राज्य में ऐसे ही बारिश होने की संभावना जतायी है.
सरकार का िनर्णय : ये जारी रहेंगी सुविधाएं
डीजल अनुदान में Rs 10 प्रति लीटर की वृद्धि
सिंचाई के लिए बिजली दर में 21 पैसे की कमी
फसल सहायता योजना में तेजी लाने
का दिया गया िनर्देश
पांच िजलों में संकट : पटना,नालंदा, सारण वैशाली व मुजफ्फरपुर में विशेष निगरानी
पटना सहित पांच जिलों में बारिश कम हुई है. इसको लेकर सरकार इन जिलों पर विशेष निगरानी कर रही है. मुख्य सचिव ने बताया कि पटना, मुजफ्फरपुर, सारण, वैशाली, नालंदा में औसतन काफी कम बारिश हुई है. पटना में 34 फीसदी, नालंदा में 25 फीसदी और वैशाली में सामान्य से 60 फीसदी कम बारिश हुई है. इस कारण इन जिलों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है. हालांकि, अगले एक हफ्ते में तेज बारिश की संभावना जतायी गयी है. इससे हालात में सुधार की उम्मीद है.
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